मोदी कैबिनेट में बुधवार को बनाए गए नए आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कार्यलय में पहले ही दिन सोशल मीडिया कंपनियों को उनके मनमाने रवैये पर चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि देश का कानून सर्वोच्च है, ट्विटर को नियम का पालना करना चाहिए। उनकी यह टिप्पणी ट्विटर द्वारा कोर्ट को यह बताए जाने के बाद आई है कि 8 सप्ताह में शिकायत निवारण अधिकारी तैनात कर दिया जाएगा। संसद सदस्य के तौर पर वैष्णव का यह पहला कार्यकाल है। उन्हें कैबिनेट मंत्री के रूम में इलेक्ट्रानिक्स एवं आईटी मंत्रालय, संचार मंत्रालय एवं रेल मंत्रालय का प्रभारी बनाया गया है।
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वैष्णव ने कार्यभार संभालने के बाद पत्रकारों से कहा कि मैं माननीय प्रधानमंत्री जी को धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने मुझे देश की सेवा करने का महान अवसर दिया। दूरसंचार, आईटी और रेलवे, तीनों में काफी तालमेल है और मैं सुनिश्चित करने के लिए का करूंगा कि उनके विजन को पूरा किया जाए।
मोदी कैबिनेट में बुधवार हुई हेरबदल में भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद की छुट्टी कर अश्विनी वैष्णव को आईटी मंत्री बनाया गया है। राजस्थान के जौधपुर में पैदा हुए अश्विनी 1994 बैच के ओडिशा कैडर के भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के अधिकारी रहे हैं। आईएएस अधिकारी के रूप में उन्होंने 15 सालों तक कई अहम जिम्मेदारियां निभाई हैं। अश्विनी को सबसे ज्यादा पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप यानी पीपीपी फ्रेमवर्क में उनके अहम योगदान के लिए जाना जाता है।