विपक्षी पार्टी बीजू जनता दल (बीजद) के अध्यक्ष नवीन पटनायक ने अपनी पार्टी के दो राज्यसभा सदस्यों के इस्तीफा देकर सत्तारूढ़ भाजपा में शामिल होने पर अपनी चुप्पी तोड़ते हुए बुधवार को उन्हें ‘‘अवसरवादी’’ करार दिया।
बीजद की युवा शाखा, बीजू युवा जनता दल के समापन सत्र को संबोधित करते हुए पटनायक ने कहा, ‘‘बीजद छोड़ने वाले अवसरवादी लोग समृद्ध ओडिशा के दृष्टिकोण के लिए हमारी लड़ाई में हमें और मजबूत करेंगे।’’
पूर्व मुख्यमंत्री पटनायक की टिप्पणी कुड़मी समुदाय की नेता ममता मोहंता और कालाहांडी के नेता सुजीत कुमार पर लक्षित थी, जिन्होंने हाल में राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए थे।
पटनायक ने इस बात पर जोर दिया कि बीजद की स्थापना पूर्व मुख्यमंत्री बीजू पटनायक के सिद्धांतों पर हुई थी, जिन्होंने एक विकसित और सशक्त ओडिशा की कल्पना की थी।
उन्होंने कहा, ‘‘जब तक हम बीजू बाबू के दृष्टिकोण के अनुरूप काम करते रहेंगे, बीजद मजबूत रहेगी और लोगों के दिलों में बसती रहेगी। बीजद किसी व्यक्ति विशेष पर निर्भर नहीं है; यह विकसित ओडिशा के सपने पर आधारित है।’’
उन्होंने युवाओं से इस दृष्टिकोण को अपनाने और इसे प्राप्त करने के लिए अथक परिश्रम करने का आग्रह किया। सोशल मीडिया मंचों के महत्वपूर्ण प्रभाव को देखते हुए, पटनायक ने युवाओं को मंचों पर सक्रिय रहने और गलत सूचनाओं और झूठ का डटकर मुकाबला करने के लिए प्रोत्साहित किया।
पटनायक ने पार्टी सदस्यों को रक्तदान, पर्यावरण संरक्षण और वंचितों की सहायता जैसे सामाजिक कार्यों में शामिल होने की सलाह दी, ताकि एक मजबूत और सशक्त ओडिशा बनाने में योगदान दिया जा सके।
उन्होंने भाजपा सरकार पर दोहरे मापदंड अपनाने का आरोप लगाया, खासतौर पर महिलाओं के लिए सुभद्रा योजना, मुफ्त बिजली और सामाजिक सुरक्षा भत्ते में वृद्धि की घोषणाओं के मामले में। उन्होंने कहा, ‘‘आप छल-कपट से चुनाव जीत सकते हैं, लेकिन लोगों का दिल नहीं जीत सकते।’’
भाजपा पर निशाना साधते हुए पटनायक ने कटक में रेवेंशा विश्वविद्यालय का नाम बदलने को लेकर हाल में हुई बहस की निंदा करते हुए कहा, ‘‘कुछ लोग अपनी सोच दूसरों पर थोपने की कोशिश कर रहे हैं, जो लोकतांत्रिक समाज में अस्वीकार्य है।’’
उन्होंने कहा कि बीजद अपने कार्यकर्ताओं और नेताओं के समर्पण और बलिदान के कारण एक सामाजिक आंदोलन के रूप में विकसित हुआ है।
बीजद की हाल में हुई चुनावी हार के बाद पार्टी का मनोबल बढ़ाने के प्रयास में पटनायक ने कहा कि राजनीति केवल सत्ता के लिए नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘मैं राजनीति को लोगों, हमारी मातृभूमि और मानवता की सेवा करने के माध्यम के रूप में देखता हूं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ओडिशा के लोगों का प्यार और स्नेह हमारी सबसे बड़ी ताकत है।’’
युवाओं की क्षमता पर विश्वास व्यक्त करते हुए पटनायक ने बीजद की युवा शाखा को और मजबूत बनाने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा, ‘‘हम बीजद के सदस्यता अभियान में अधिक युवाओं को शामिल करेंगे।’’