बजट सत्र से पहले बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में विपक्षी दलों ने बृहस्पतिवार को कहा कि महाकुंभ में भगदड़ तथा इस आयोजन में अतिविशिष्ट लोगों को उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा कथित तौर पर अधिक तवज्जो दिए जाने के विषय पर संसद में चर्चा होनी चाहिए तथा शोक प्रस्ताव लाना चाहिए।
सूत्रों ने कहा कि जब कांग्रेस और समाजवादी पार्टी जैसे विपक्षी दलों ने भगदड़ का मुद्दा उठाया तो राजनाथ सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार महाकुंभ त्रासदी की जांच कर रही है।
महाकुंभ में भगदड़ पर चर्चा की विपक्ष की मांग के बारे में पूछे जाने पर मंत्री ने कहा कि निर्णय बीएसी द्वारा लिया जाएगा।
रीजीजू ने कहा, ‘‘कई महत्वपूर्ण मुद्दे हैं... महाकुंभ का भी उल्लेख किया गया।’’
यह पारंपरिक बैठक राजनीतिक दलों को सरकार के विधायी एजेंडे के बारे में सूचित करने और सत्र के दौरान उनके द्वारा उठाए जाने वाले मुद्दों पर जानकारी प्राप्त करने के लिए बुलाई जाती है।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘आज सुबह संसद सत्र से पहले हुई सर्वदलीय बैठक में विपक्षी दलों के नेताओं ने सरकार से महाकुंभ में मची भगदड़ के कारण हुई दुर्भाग्यपूर्ण मौतों पर सामूहिक शोक व्यक्त करने के लिए एक प्रस्ताव लाने का आग्रह किया।’’
इससे पहले, राज्यसभा में कांग्रेस के उप नेता प्रमोद तिवारी ने बृहस्पतिवार को कहा कि विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (‘इंडिया’) संसद के बजट सत्र में सभी मुद्दों को उठाएगा।
सर्वदलीय बैठक के बाद तिवारी ने ‘महाकुंभ के राजनीतिकरण’ की भी आलोचना की और कहा कि महाकुंभ के दौरान अतिविशिष्ट लोगों की आवाजाही से आम आदमी के लिए मुश्किलें पैदा हो रही हैं।
उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी इस धार्मिक आयोजन के ‘‘सत्तारूढ़ भाजपा से जुड़े वीआईपी लोगों की सभा बनने’’ के मुद्दे को उठाएगी।
तिवारी ने कहा कि सत्र के दौरान बढ़ती बेरोजगारी और किसानों की ‘‘दुर्दशा’’ का मुद्दा भी उठाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि ‘इंडिया’ गठबंधन आम लोगों की समस्याओं को उजागर करने के लिए सत्र में सभी मुद्दों को एक साथ उठाएगा।
समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता रामगोपाल यादव ने आरोप लगाया कि करोड़ों तीर्थयात्रियों की सुविधा की कीमत पर महाकुंभ में वीआईपी लोगों को संरक्षण दिया जा रहा है।
सर्वदलीय बैठक में भाजपा के अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री जे पी नड्डा, कांग्रेस के गौरव गोगोई और जयराम रमेश, द्रविड़ मुनेत्र कषगम के टी. आर. बालू, तृणमूल कांग्रेस के सुदीप बंद्योपाध्याय और डेरेक ओ ब्रायन समेत कई नेताओं ने भाग लिया।