राज्यसभा में पहुंचे 57 नए सांसदों में तकरीबन सभी (96 फीसदी) करोड़पति हैं और 13 के खिलाफ आपराधिक मामले हैं। तमाम सांसदों के बीच सबसे ज्यादा आपराधिक मामले बिहार के राज्यसभा सांसदों के ऊपर हैं। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक राइट्स (एडीआर) द्वारा जारी सूची के अनुसार 57 सांसदों में से 55 करोड़पति है। यहीं नहीं इनकी आय में वृद्धि भी जबर्दस्त है।
इन सांसदों में सबसे ज्यादा अमीर हैं एनसीपी के प्रफुल्ल पटेल जिनके पास 252 करोड़ रुपये से ज्यादा संपित्त है, उनके बाद नंबर आता है कांग्रेस के कपिल सिब्बल (212 करोड़), बसपा के सतीश चंद्र मिश्र (193 करोड़) का। इसी तरह से सबसे कम संपत्ति वाले सांसदों में शामिल हैं भाजपा के अनिल माधव दवे (60 लाख), भाजपा के राम कुमार ( 86 लाख) और कांग्रेस के प्रदीप टमटा (एक करोड़ )। जिन सांसदों की संपत्ति में सबसे ज्यादा इजाफा हुआ वह आंकड़ा भी चौंकाने वाला है, महाराष्ट्र के संजय राजाराम राउत की संपत्ति में 841 फीसदी, बसपा के सतीश मिश्रा का संपत्ति में पिछले राज्यसभा के चुनाव की तुलना में अब तक 698 फीसदी और भाजपा के अनिल माधवा दवे की संपत्ति में 211 फीसदी वृद्धि हुई।
कुल 57 सांसदों में से 7 सांसदों के ऊपर गंभीर आपराधिक मामले है, जिनमें हत्या का प्रयास, धोखाधड़ी और बेइमानी आदि के केस हैं।