जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को हटाने के विरोध में पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के दो सांसदों ने राज्यसभा में संविधान की प्रति फाड़ने की कोशिश की। कश्मीर के दो सांसदों मीर फयाज और नाजिर अहमद लावे ने राज्यसभा में संविधान फाड़ने की कोशिश की। इसके बाद सभापति वेंकैया नायडू ने मार्शल बुलाकर दोनों को सदन से बाहर निकाल दिया। उप राष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने मार्शल को नारे लगा रहे पीडीपी सांसदों को राज्यसभा से निकालने का आदेश दिया।
राज्यसभा के दोनों सांसदों ने अपने बाजुओं और कलाई में काला बैंड बांधकर बाहर भी विरोध जारी रखा और यहां तक कि विरोध में फयाज ने अपना कुर्ता भी फाड़ लिया। जम्मू-कश्मीर से ताल्लुक रखने वाले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने पीडीपी के नेताओं की हरकतों की आलोचना की। आजाद ने राज्यसभा में कहा, “संविधान को फाड़ने की कोशिश करने वाले दोनों सांसदों की हरकतों की मैं कड़ी आलोचना करता हूं। हम संविधान का पूरा सम्मान करते हैं। भारत के संविधान की रक्षा के लिए हम अपनी जान भी दे देंगे।”
जब गृह मंत्री अमित शाह ने जब संसद में कहा कि जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को प्रेसिडेंशियल ऑर्डर के तहत हटाया जाता है, तो इसके बाद संसद में काफी हंगामेदार माहौल देखने को मिला। गृह मंत्री की तरफ से यह घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आधिकारिक आवास पर कैबिनेट के फैसले के बाद की गई।
गृह मंत्री ने यह भी कहा कि जम्मू-कश्मीर का पुनर्गठन होगा। इसे दो भागों में बांटा जाएगा और दो केंद्रशासित प्रदेश बनेंगे। पहला केंद्रशासित प्रदेश लद्दाख और दूसरा जम्मू-कश्मीर होगा।