राज्यसभा सदस्य चुने जाने के बाद बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने सदन में पहला भाषण दिया। अपने भाषण में उन्होंने कांग्रेस पर घोटालों के आरोप लगाया और कहा कि देश की जनता ने इन्हें हराया।
शाह ने कहा, 'आजादी के बाद पहली बार किसी गैर कांग्रेसी दल को पूर्ण बहुमत मिला। नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में यह बहुमत मिला। यह बहुमत बीजेपी को मिला। उन्होंने कहा कि बीजेपी को पूर्ण बहुमत मिला लेकिन हमने एनडीए को सरकार में शामिल किया।'
For the first time after independence, a non-Congress party was given mandate by the public & it was BJP government led by PM Modi. In spite of getting absolute majority, we formed government with NDA members: BJP President Amit Shah in Rajya Sabha pic.twitter.com/Pd6fmbFt6q
— ANI (@ANI) February 5, 2018
शाह ने कहा, ‘सरकार ने जब कामकाज संभाला, तब सरकार के पास विरासत में क्या था? जिस प्रकार का गढ्ढा था, वो गढ्ढा भरने में ही सरकार का बहुत सारा समय गया है और गढ्ढा भरने के बाद इन उपलब्धियों को एक अलग नजरिये से देखें।‘
Sarkaar ne jab kaam-kaaj sambhala, tab sarkaar ke paas virasat me kya tha? Jis prakaar ka gaddha tha, wo gaddha bharne mein hi sarkaar ka bahut saara samay gaya hai aur gaddha bharne ke baad in uplabhdhiyon ko ek alag najariye se dekhein: Amit Shah in Rajya Sabha pic.twitter.com/W9mY8IkOEV
— ANI (@ANI) February 5, 2018
शाह ने कहा कि जब नरेंद्र मोदी को एनडीए का नेता चुनाव गया तब उन्होंने कहा था कि यह सरकार गरीबों की सरकार को होगी। दलितों की सरकार होगी और दीन दयाल उपाध्याय के सिद्धांत पर चलेगी। अंत्योदल के सिद्धांत पर चलने वाली सरकार होगी।
शाह ने सरकार की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कहा कि अंतिम नागरिक तक विकास पहुंचना चाहिए। यही सिद्धांत कहता है। 70 साल की आजादी के बाद 55 साल एक पार्टी का राज रहा और एक ही परिवार ने 50 साल राज किया। उन्होंने कहा कि इस दौरान 60 प्रतिशत लोगों के पास एक बैंक अकाउंट नहीं था।
शाह ने कहा कि देश को आगे ले जाने के लिए बीजेपी को मत मिला है। उन्होंने कहा कि 31 करोड़ जनधन खाते खुले और इन खातों में 75 हजार करोड़ रुपये आया। उन्होंने कहा कि 20 प्रतिशत से कम ऐसे खाते हो गए हैं जो जीरो बैलेंस हैं। पहले यह संख्या 77 प्रतिशत थी। शास्त्री जी के बाद पहली बार किसी पीएम ने संपन्न लोगों से अपील की और गरीबों के हित में कदम उठाए। करीब 1.37 करोड़ लोगों ने सब्सिडी छोड़ी।
इससे पहले समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसदों के हंगामे के बीच सदन की कार्यवाही अपराह्न् दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू हुई, सपा सांसदों ने उत्तर प्रदेश में पुलिस की गोलीबारी का विरोध करते हुए इस पर चर्चा की मांग की।