संसद की कार्यवाही बार...बार स्थगित होने के मद्देनजर इस पहली कोशिश के तहत प्रधानमंत्री ने उनसे सहयोग करने की मांग करते हुए कहा, मैं सिर्फ भाजपा का ही प्रधानमंत्री नहीं हूं बल्कि समूचे देश का हूं। मोदी ने आशा जताई कि संसद में कामकाज होगा और विपक्षी पार्टियों को भरोसा दिलाया कि सरकार उनकी चिंताओं पर गौर करेगी। संसदीय कार्य मंत्री एम वेंकैया नायडू ने कहा कि यह आम राय है कि संसद को सुचारू रूप से कामकाज करना चाहिए। यह सत्र 23 फरवरी से शुरू हो रहा है।
आज की बैठक में जेएनयू का मुद्दा छाया रहा। कांग्रेस और वाम दलों ने जेएनयू छात्रा संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज किए जाने पर सवाल उठाया। उन्होंने सरकार से भाजपा नेताओं ओर उन लोगों को काबू करने की मांग की जो संवैधानिक पदों पर बैठे हुए हैं और देश का माहौल खराब कर रहे हैं। विपक्षी नेताओं ने कहा कि वे जेएनयू, अरूणाचल संकट और हैदराबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय के दलित शोधाथर्ी की आत्महत्या तथा किसानों की समस्या जैसे मुद्दों को भी उठायेंगे।
बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए नायडू ने कहा कि प्रधानमंत्री ने कहा है कि सरकार सभी मुद्दों पर चर्चा करने के लिए तैयार है। मोदी ने बैठक में कहा, हम विपक्ष की ओर से उठाये गए मुद्दों पर ध्यान देंगे और उनका निराकरण करेंगे... मुझे उम्मीद है कि यहां बना सौहार्दपूर्ण माहौल संसद में कामकाज के रूप में तब्दील होगा।
राज्य सभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि उनकी पार्टी एेसे सभी छात्रों से अपने को अलग करती है जो देश की अखंडता और संविधान को निशाना बनाकर नारेबाजी कर रहे हैं। लेकिन इस बात पर जोर दिया कि कन्हैया कुमार के खिलाफ देशद्रोह के कोई सबूत नहीं हैं। वाम दलों ने उनसे सहमति जताई।