भाजपा सांसद निशिकांत दुबे और टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा के बीच कैश-फॉर-क्वेरी का मामला काफी सुर्खियों में है। अब लोकसभा की आचार समिति ने शनिवार को तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा को 31 अक्टूबर के बजाय 2 नवंबर को पेश होने के लिए कहा, लेकिन कहा कि आगे कोई विस्तार नहीं दिया जाएगा।
दरअसल, महुआ मोइत्रा ने शुक्रवार को अपने खिलाफ आरोपों की जांच कर रही एथिक्स कमेटी को पत्र लिखकर 31 अक्टूबर को उसके सामने पेश होने में असमर्थता जताई थी और कहा था कि वह 5 नवंबर के बाद ही उपलब्ध होंगी।
Cash-for-query case: Lok Sabha Ethics Committee asks TMC MP Mahua Moitra to appear before the Committee on November 2. pic.twitter.com/dMNxazUYYU
— ANI (@ANI) October 28, 2023
अपनी प्रतिक्रिया में, लोकसभा आचार समिति ने उपस्थिति की तारीख तीन दिन बढ़ा दी, और उन्हें 2 नवंबर को उसके सामने पेश होने के लिए कहा। हालांकि, समिति ने यह भी स्पष्ट रूप से कहा कि वह आगे विस्तार के किसी भी अनुरोध पर विचार नहीं करेगी।
बता दें कि पैनल भाजपा सांसद निशिकांत दुबे के आरोपों की जांच कर रहा है कि मोइत्रा ने व्यवसायी हीरानंदानी के कहने पर लोकसभा में प्रश्न पूछने के लिए रिश्वत ली और लाभ उठाया। गुरुवार को दुबे और वकील जय अनंत देहाद्राई ने पैनल को तृणमूल कांग्रेस सांसद के खिलाफ "मौखिक साक्ष्य" दिए।
मोइत्रा ने कहा है कि उन्हें "श्री दुबे और श्री देहाद्राई द्वारा मेरे खिलाफ लगाए गए झूठे, दुर्भावनापूर्ण और अपमानजनक आरोपों के खिलाफ खुद का बचाव करने के लिए निष्पक्ष सुनवाई और पर्याप्त अवसर दिया जाना चाहिए।"