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मॉनसून सत्र: आज भी हंगामे के आसार, कांग्रेस ने जारी किया व्हिप, काले कपड़े पहनकर संसद आएंगे 'INDIA' गठबंधन के सभी सांसद

लोकसभा और राज्यसभा में 20 जुलाई से शुरू हुए मानसून सत्र में अबतक कोई बड़ी चर्चा या भारी कामकाज नहीं हो...
मॉनसून सत्र: आज भी हंगामे के आसार, कांग्रेस ने जारी किया व्हिप, काले कपड़े पहनकर संसद आएंगे 'INDIA' गठबंधन के सभी सांसद

लोकसभा और राज्यसभा में 20 जुलाई से शुरू हुए मानसून सत्र में अबतक कोई बड़ी चर्चा या भारी कामकाज नहीं हो सका है। ऐसा इसलिए क्योंकि विपक्ष और सत्ता पक्ष के बीच मणिपुर मुद्दे को लेकर खींचातानी जारी है। अब गुरुवार को और भी बड़े हंगामे के आसार जताए जा रहे हैं। एक तरफ कांग्रेस ने अपने सभी राज्यसभा सांसदों को व्हिप जारी कर कल सदन में मौजूद रहने को कह है। वहीं, गुरुवार को विपक्षी (INDIA गुट) सांसद काले कपड़े पहनने वाले हैं।

दरअसल, कांग्रेस के व्हिप की बात करें तो केंद्र सरकार द्वारा दिल्ली सेवा अध्यादेश को बदलने के लिए जल्द ही संसद में एक विधेयक लाने की योजना के बीच, कांग्रेस ने बुधवार को एक व्हिप जारी किया, जिसमें अपने सभी राज्यसभा सांसदों को गुरुवार को सदन में उपस्थित रहने के लिए कहा गया क्योंकि "बहुत महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की जाएगी"।

माना जा रहा है कि केंद्रीय मंत्रिमंडल ने मंगलवार को उस विधेयक को मंजूरी दे दी है जो दिल्ली में ग्रुप-ए अधिकारियों के तबादलों और पोस्टिंग के लिए एक प्राधिकरण के निर्माण के लिए जारी अध्यादेश की जगह लेगा। सूत्रों के मुताबिक कुछ सांसदों ने दावा किया कि यह गुरुवार तक संसद में लाया जा सकता है।

इसी बीच, राज्यसभा में कांग्रेस के मुख्य सचेतक ने तीन पंक्तियों वाला व्हिप जारी करते हुए कहा, "कल यानी गुरुवार, 27 जुलाई, 2023 को राज्यसभा में बहुत महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। कांग्रेस पार्टी के सभी सदस्यों से अनुरोध है कि वे सुबह 11 बजे से सदन के स्थगन तक बिना रुके सदन में उपस्थित रहें और पार्टी के रुख का समर्थन करें।"

गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिल्ली में पुलिस, सार्वजनिक व्यवस्था और भूमि को छोड़कर सेवाओं का नियंत्रण मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली निर्वाचित सरकार को सौंपने के एक सप्ताह बाद, 19 मई को केंद्र सरकार द्वारा विवादास्पद दिल्ली अध्यादेश जारी किया गया था।

अध्यादेश ने डानिक्स कैडर के ग्रुप-ए अधिकारियों के स्थानांतरण और अनुशासनात्मक कार्यवाही के लिए एक राष्ट्रीय राजधानी सिविल सेवा प्राधिकरण की स्थापना की सुविधा प्रदान की। 11 मई के शीर्ष अदालत के फैसले से पहले दिल्ली सरकार के सभी अधिकारियों के स्थानांतरण और पोस्टिंग उपराज्यपाल के कार्यकारी नियंत्रण में थे। इसे केजरीवाल सरकार ने धोखा बताते हुए देशभर के नेताओं से समर्थन मांगा था। बाद में, कांग्रेस और कई अन्य विपक्षी दल भी अध्यादेश के विरोध में उतर आए हैं।

वहीं, दूसरी तरफ मणिपुर के मुद्दे को लेकर गतिरोध की स्थिति अभी भी बनी हुई है। अब विपक्ष के INDIA गुट के सभी सांसद मणिपुर मुद्दे पर सरकार के विरोध में गुरुवार को संसद में काले कपड़े पहनेंगे। पीटीआई ने सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी है। विपक्षी गुट के एक सांसद ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अब तक संसद में मणिपुर मुद्दे पर बयान नहीं देने के विरोध में भारतीय राष्ट्रीय विकासात्मक समावेशी गठबंधन (INDIA) के सभी सांसदों को काले कपड़े पहनकर आने के लिए कहा गया है।

बता दें कि विपक्षी गठबंधन की ओर से कांग्रेस द्वारा सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बुधवार को स्वीकार कर लिया। दरअसल, विपक्ष चाहता है कि इस मामले पर बहस शुरू होने से पहले मोदी संसद में मणिपुर मुद्दे पर बयान दें। उल्लेखनीय है कि 20 जुलाई से शुरू हुआ मानसून सत्र 11 अगस्त को समाप्त होने वाला है। बता दें कि मणिपुर में दो महीने से जारी जातीय हिंसा में अबतक 160 से ज्यादा लोग जान गंवा चुके हैं।

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