मध्यप्रदेश से राज्यसभा के लिए किस्मत आजमा रहे विवेक तन्खा को थोड़ी राहत देते हुए बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने राज्यसभा चुनाव में उन्हें समर्थन देने की घोषणा की है। प्रदेश में बसपा के चार विधायक हैं। बसपा सुप्रीमो मायावती ने रविवार को एक प्रिस विज्ञप्ति जारी कर समर्थन की घोषणा की। प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि राज्य में संख्याबल कम होने की वजह से बसपा अपने किसी उम्मीदवार को राज्यसभा नहीं भेज सकती है। विज्ञप्ति में कहा गया है कि मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में हो रहे राज्यसभा चुनाव में मुख्यतौर पर मुकाबला सांप्रदायिक ताकतों से है जिसका कड़ा मुकाबला करने की आवश्यक्ता है। पार्टी ने कहा कि इसी को ध्यान में रखते हुए पार्टी ने इस चुनाव में मध्य प्रदेश में कांग्रेस उम्मीदवार विवेक तन्खा को समर्थन देने का फैसला किया है। पार्टी ने अपने सभी विधायकों से कहा है कि वह राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार विवेक तन्खा को अपना वोट दें।
दरअसल वरिष्ठ अधिवक्ता विवेक तन्खा की सीट निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर भाजपा के वरिष्ठ नेता विनोद गोटिया के नामांकन दाखिल करने से फंसती नजर आ रही थी। गोटिया के चुनाव मैदान में उतरने के बाद मध्यप्रदेश से राज्यसभा की तीन सीटों के लिए 11 जून को मतदान आवश्यक हो गया।प्रदेश में भाजपा विधायकों की संख्या के आधार पर भाजपा की दो सीटों पर जीत तय है जबकि तीसरी सीट के लिए उसके पास तीन निर्दलीय विधायकों के बिना, नौ विधायक कम पड़ रहे हैं। लेकिन कांग्रेस उम्मीदवार विवेक तन्खा को भी इससे चुनौती मिल रही है। अगर कांग्रेस के एक भी विधायक इधर से उधर हुए तो तन्खा की सीट फंस जाएगी। ऐसे में अगर चुनाव होता है तो तन्खा और गोटिया में से किसी एक के भाग्य का फैसला होगा। अब बसपा के समर्थन से तन्खा की स्थिति मजबूत होती लग रही है।