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हंगामे के बाद लोकसभा की कार्यवाही शुक्रवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित

सांसदों के हंगामे और नारेबाजी की वजह से स्पीकर ने सदन की कार्यवाही को शुक्रवार 4 जनवरी सुबह 11 बजे तक...
हंगामे के बाद लोकसभा की कार्यवाही शुक्रवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित

सांसदों के हंगामे और नारेबाजी की वजह से स्पीकर ने सदन की कार्यवाही को शुक्रवार 4 जनवरी सुबह 11 बजे तक स्थगित कर दिया। अब लोकसभा की कार्यवाही स्थगित होने से राफेल पर गुरुवार को होने वाली बहस टल गई है। रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण आज सदन में इस मुद्दे पर जवाब देने वाली थी। इससे पहले लोकसभा में बुधवार को राफेल विमान सौदे पर जबर्दस्त घमासान देखने को मिला। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और वित्त मंत्री अरुण जेटली के बीच जोरदार जुबानी जंग हुई थी।

लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने सदन की कार्यवाही दोपहर 2 बजे दोबारा शुरू की। लेकिन विपक्ष के सदस्य लगातार नारेबाजी और हंगामा करते रहे। शोरशराबा न थमते  देख स्पीकर ने सदन की कार्यवाही को शुक्रवार 4 जनवरी सुबह 11 बजे तक स्थगित कर दिया। इससे पहले टीडीपी के सांसदों ने आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग को लेकर वेल में आकर प्रदर्शन किया। इसे लेकर लोकसभा स्पीकर ने 17 सांसदों को सस्पेंड कर दिया है।हंगामे के बीच लोकसभा स्पीकर ने टीडीपी के 10 और एआइएडीएमके  के 7 सांसदों को सदन की वेल में आने पर अगले 4 दिनों के लिए सस्पेंड कर दिया है। स्पीकर ने सांसदों का नाम लेते हुए कहा कि आप लोगों ने सदन की कार्यवाही को जानबूझकर बाधित करने का काम किया है। इसलिए आप लोग सत्र के बचे हुए 4 दिनों के लिए सदन की कार्यवाही से बाहर किए जाते हैं। 

बता दें कि राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खुली बहस की चुनौती दी है। साथ ही कहा है कि प्रधानमंत्री को सदन में राफेल सौदे पर ‘ओपन बुक परीक्षा’ का सामना करना होगा। राफेल सौदे को लेकर विपक्ष लगातार सरकार पर जेपीसी जांच की मांग कर रहा है। साथ ही कांग्रेस इसे लेकर प्रधानमंत्री मोदी को घेर रही है। जबकि सरकार का कहना है कि राफेल सौदे पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद जेपीसी जांच का कोई औचित्य नहीं है। आज सदन में उपस्थित रहने के लिए कांग्रेस ने अपने सभी सांसदों को व्हिप जारी किया है। राहुल गांधी ने बुधवार को संसद में भाषण देने के बाद शाम को प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की। जिसमें उन्होंने चुनौती दी कि गुरुवार को प्रधानमंत्री को सदन में राफेल सौदे पर ‘ओपन बुक परीक्षा’ का सामना करना होगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मेरे से सिर्फ 20 मिनट के लिए राफेल सौदे पर बहस कर लें।

राहुल ने दी चुनौती, पीएम से पूछे ये सवाल

राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सवाल किया कि इस परीक्षा में वह खुद आएंगे या फिर किसी और को भेजेंगे। कांग्रेस अध्यक्ष ने ट्वीट कर ये सवाल किए हैं-

- 126 की जगह 36 विमानों की जरूरत क्यों?

- 560 करोड़ रुपये प्रति विमान की जगह 1600 करोड़ रुपये क्यों?

- मोदी जी, कृपया हमें बताइए कि पर्रिकर जी राफेल फाइल अपने बेडरूम में क्यों रखते हैं और इसमें क्या है?

- ‘एचएएल’ की जगह ‘एए’ क्यों? क्या वह (मोदी) आएंगे या प्रतिनिधि भेजेंगे?’’

लोकसभा में राफेल पर क्या बोले राहुल गांधी

राहुल गांधी ने राफेल मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए लोकसभा में कहा कि अब इस मामले में पूरी दाल काली है। भाजपा के लोग डरे नहीं, जेपीसी की जांच कराएं। दूध का दूध, पानी का पानी हो जाएगा। उन्होंने गोवा के एक मंत्री की कथित बातचीत का ऑडियो प्ले करने की इजाजत मांगी लेकिन लोकसभा अध्यक्ष ने ऑडियो अथवा इसके लिखित ब्यौरे को पढ़ने की इजाजत देने से इनकार कर दिया। राहुल ने कहा कि यूपीए सरकार के समय वायुसेना के कहने पर 126 राफेल विमान खरीदने की प्रक्रिया आगे बढ़ी थी, लेकिन प्रधानमंत्री ने नए सौदे में यह संख्‍या 36 विमान कर दी। उन्होंने सवाल किया कि प्रधानमंत्री बताएं कि किसके कहने पर यह किया गया, क्या वायुसेना ने यह कहा था?

जेटली ने लोकसभा में क्या कहा

राफेल विमान सौदे पर लोकसभा में बोलते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर पलटवार किया। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि राहुल गांधी ने हमें एक बार फिर निराश किया है क्योंकि हमें इनसे उम्मीद थी कि ये कुछ पुख्ता बातें सदन में रखेंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के मुख्य वक्ता ने सब कुछ झूठ बोला है, पिछले छह माह से इस मामले में बोला गया हर शब्द फर्जी और झूठा है। जेटली ने कहा कि ऑडियो टेप फर्जी है और इसकी जांच हो रही है।

जेटली ने कहा कि हमने राफेल विमान 20 फीसदी सस्ता खरीदा है और सुप्रीम कोर्ट इससे संतुष्ट है। उन्होंने कहा, 'राहुल गांधी लगातार झूठ बोल रहे हैं। राहुल को लड़ाकू विमान की समझ नहीं। राफेल की कीमत केजी का बच्चा भी समझ सकता है।' उन्होंने कहा कि कुछ लोगों को सच पसंद ही नहीं है। जेटली ने कहा कि गांधी परिवार को पैसे का गणित समझ आता है, देश की सुरक्षा नहीं।'

राफेल पर कांग्रेस का टेप बम

राहुल गांधी राफेल पर कांग्रेस द्वारा जारी किए गए ऑडियो टेप को संसद में चलाने की अनुमति मांग रहे थे लेकिन लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने उन्हें इसकी अनुमति नहीं दी। स्पीकर सुमित्रा महाजन ने कहा, क्या आप टेप के सही होने की जिम्मेदारी लेते हैं? अगर आप नहीं ले रहे हैं तो मैं उसे चलाने की अनुमति नहीं दे सकती।

दरअसल, कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने बुधवार को एक ऑडियो टेप जारी किया। सुरजेवाला ने दावा किया कि कुछ ही दिन पहले गोवा कैबिनेट की बैठक में मनोहर पर्रिकर ने राफेल फाइलों से जुड़ा एक बड़ा बयान दिया। मनोहर पर्रिकर ने कहा था कि कोई उनका कुछ नहीं कर सकता, सारी फाइलें उनके पास हैं।

इस ऑडियो में कथित तौर पर गोवा के स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत राणे कह रहे हैं कि बैठक में कुछ काम नहीं हुआ, सिर्फ समय की बर्बादी हुई। लेकिन कांग्रेस के आरोप के मुताबिक, पर्रिकर ने कहा कि राफेल की सभी जानकारी यहां उनके बेडरुम में हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, ‘इसका मतलब है कि वह इन्हें फिरौती की तरह इस्तेमाल करने के लिए रखे हुए हैं।’

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