Advertisement

'2024 बजट में देखने को मिलेंगे ऐतिहासिक कदम', जानें राष्‍ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण की प्रमुख बातें

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू संसद की संयुक्त बैठक को संबोधित कर रही हैं, जो तीसरी राष्ट्रीय जनतांत्रिक...
'2024 बजट में देखने को मिलेंगे ऐतिहासिक कदम', जानें राष्‍ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण की प्रमुख बातें

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू संसद की संयुक्त बैठक को संबोधित कर रही हैं, जो तीसरी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) सरकार के गठन के बाद उनका पहला राष्ट्रपति भाषण है। उन्होंने अभिभाषण के दौरान केंद्र सरकार की योजनाओं पर प्रकाश डाला और यह भी कहा कि 2024 में पेश होने वाला बजट ऐतिहासिक होगा।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहा, "मैं 18वीं लोक सभा के सभी नव निर्वाचित सदस्यों को बहुत-बहुत बधाई और शुभकामनाएं देती हूं। आप सभी यहां मतदाताओं का भरोसा जीतकर आए हैं। देश सेवा और जन सेवा का मौका बहुत कम लोगों को मिलता है।"

उन्होंने कहा, "ये दुनिया का सबसे बड़ा चुनाव था। करीब 64 करोड़ मतदाताओं ने उत्साह और उमंग के साथ अपना कर्तव्य निभाया है। इस बार भी महिलाओं ने बढ़-चढ़ कर मतदान में हिस्सा लिया है। इस चुनाव की बहुत सुखद तस्वीर जम्मू-कश्मीर से भी सामने आई है। कश्मीर घाटी में वोटिंग के अनेक दशकों के रिकॉर्ड टूटे हैं।"

राष्ट्रपति ने कहा, "देश में छह दशक के बाद पूर्ण बहुमत वाली स्थिर सरकार बनी है। लोगों ने इस सरकार पर तीसरी बार भरोसा जताया है। लोग जानते हैं कि सिर्फ यही सरकार उनकी आकांक्षाओं को पूरा कर सकती है...18वीं लोकसभा कई मायनों में ऐतिहासिक लोकसभा है। इस लोकसभा का गठन अमृतकाल के शुरुआती वर्षों में हुआ था। यह लोकसभा देश के संविधान को अपनाने के 56वें वर्ष की भी साक्षी बनेगी...आगामी सत्रों में यह सरकार अपने कार्यकाल का पहला बजट पेश करने जा रही है। यह बजट सरकार की दूरगामी नीतियों और भविष्य के विजन का प्रभावी दस्तावेज होगा। बड़े आर्थिक और सामाजिक फैसलों के साथ-साथ इस बजट में कई ऐतिहासिक कदम भी देखने को मिलेंगे।"

राष्ट्रपति मुर्मु ने कहा, "मेरी सरकार अर्थव्यवस्था के तीनों स्तंभों -विनिर्माण, सेवाएं और कृषि को बराबर महत्व दे रही है। PLI योजनाओं और व्यापार करने में आसानी से बड़े पैमाने पर निवेश और रोजगार के अवसर बढ़ रहे हैं। पारंपरिक सेक्टर्स के साथ-साथ सनराइज सेक्टर्स को भी मिशन मोड पर बढ़ावा दिया जा रहा है। रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफार्म के संकल्प ने आज भारत को दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था बना दिया है।"

उन्होंने कहा, "आने वाला समय ग्रीन एरा यानि हरित युग का है। सरकार इसके लिए भी हर ज़रूरी कदम उठा रही है। हम हरित उद्योगों पर निवेश बढ़ा रहे हैं, जिससे ग्रीन जॉब भी बढ़े हैं।"

राष्ट्रपति ने आगे कहा, "सरकार ने पीएम किसान सम्मान निधि के तहत देश के किसानों को 3 लाख 20 हजार करोड़ रुपए से अधिक की राशि प्रदान की है। मेरी सरकार के नए कार्यकाल की शुरुआत से अब तक 20,000 करोड़ रुपए से अधिक की राशि किसानों को हस्तांतरित की जा चुकी है। सरकार ने खरीफ फसलों के लिए MSP में भी रिकॉर्ड बढ़ोतरी की है। आज का भारत अपनी वर्तमान जरूरतों को ध्यान में रखते हुए अपनी कृषि व्यवस्था में बदलाव कर रहा है। आजकल दुनिया में जैविक उत्पादों की मांग तेजी से बढ़ रही है। भारतीय किसानों के पास इस मांग को पूरा करने की पूरी क्षमता है इसलिए सरकार प्राकृतिक खेती और इससे जुड़े उत्पादों की सप्लाई चेन को सशक्त कर रही है।"

उन्होंने कहा, "मेरी सरकार ने CAA कानून के तहत शरणार्थियों को नागरिकता देना शुरू कर दिया है। इससे बंटवारे से पीड़ित अनेक परिवारों के लिए सम्मान का जीवन जीना तय हुआ है। जिन परिवारों को CAA के तहत नागरिकता मिली है मैं उनके बेहतर भविष्य की कामना करती हूं।"

राष्ट्रपति ने कहा, "एक सशक्त भारत के लिए हमारी सेनाओं में आधुनिकता जरूरी है। युद्ध की स्थिति में हम सर्वश्रेष्ठ बनें-इसके लिए सेनाओं में सुधार की प्रक्रिया निरंतर चलती रहनी चाहिए। इसी सोच के साथ मेरी सरकार ने पिछले 10 वर्षों में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं...पिछले एक दशक में हमारा रक्षा निर्यात 18 गुना बढ़कर 21,000 करोड़ रुपए तक पहुंच चुका है।"

राष्ट्रपति के अभिभाषण के बाद संसद के दोनों सदनों में धन्यवाद प्रस्ताव पेश किया जाएगा, जिस पर सदस्य चर्चा करेंगे। 18वीं लोकसभा का पहला सत्र सोमवार को शुरू हो गया और आज से राज्यसभा का सत्र शुरू होगा। 

कांग्रेस प्रमुख और राज्यसभा एलओपी मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि वे इस साल कम से कम एक अच्छे भाषण की उम्मीद कर रहे हैं और कहा कि यह सरकारी भाषण नहीं होना चाहिए, बल्कि यह राष्ट्रपति का भाषण होना चाहिए।

उन्होंने कहा, ""आइए देखें कि वे कौन से नए कार्यक्रम देने जा रहे हैं और पिछले और उससे पहले वर्ष में उन्होंने कितने कार्यक्रम लागू किए थे। हम इस वर्ष कम से कम एक अच्छे भाषण की उम्मीद कर रहे हैं। यह सरकारी भाषण नहीं होना चाहिए, यह राष्ट्रपति का संबोधन होना चाहिए।"

सपा प्रमुख और सांसद अखिलेश यादव ने कहा कि राष्ट्रपति का अभिभाषण एक परंपरा है और यह हर बार होता है।

उन्होंने कहा, "यह परंपरा है और यह हर बार होता है। हम राष्ट्रपति को सुनते हैं। वह वास्तव में सरकार का भाषण है।"

इससे पहले बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पेश किए गए और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा समर्थित प्रस्ताव को ध्वनि मत के माध्यम से सदन द्वारा अपनाए जाने के बाद ओम बिड़ला को लगातार दूसरी बार लोकसभा अध्यक्ष चुना गया था।

इस अवसर पर बोलते हुए, बिरला ने आग्रह किया कि 18वीं लोकसभा के लिए एक नई दृष्टि और संकल्प होना चाहिए।

उन्होंने 18वीं लोकसभा को रचनात्मक सोच और नए विचारों का केंद्र बनाने का आह्वान किया, जो उच्च स्तर की संसदीय परंपराओं और गरिमा को स्थापित करेगी और कहा कि सदन का उद्देश्य विकसित भारत के संकल्प को पूरा करना होना चाहिए।

आम चुनाव के बाद यह पहला लोकसभा सत्र है जिसमें राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) को 293 सीटें मिलीं, जबकि इंडिया ब्लॉक को 234 सीटें मिलीं। हालाँकि, भाजपा अपने दम पर बहुमत तक नहीं पहुँच सकी, क्योंकि वह 240 सीटों पर ही सिमट गई।

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोर से
Advertisement
Advertisement
Advertisement
  Close Ad