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राज्यसभा चुनाव: गोयल, चिदंबरम, प्रभु और शरद निर्विरोध निर्वाचित

केन्द्रीय मंत्री पीयूष गोयल और सुरेश प्रभु, वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी चिदंबरम, जदयू नेता शरद यादव तथा तमिलनाडु में अन्नाद्रमुक तथा द्रमुक के सभी प्रत्याशी नामांकन वापस लेने की समयसीमा समाप्त होने के बाद आज राज्यसभा के लिए निर्विरोध निर्वाचित हो गए। वहीं कई राज्यों में पार्टी प्रत्याशियों की सांसें अभी अटकी हुई हैं। इन राज्यों में सीट से अधिक उम्मीदवार हो जाने की वजह से अंतिम फैसला 11 जून को मतदान के जरिये होगा।
राज्यसभा चुनाव: गोयल, चिदंबरम, प्रभु और शरद निर्विरोध निर्वाचित

महाराष्ट्र में 6 सीटों के लिए 6 प्रत्याशी ही थे और किसी ने नाम वापस नहीं लिया इसलिए सभी को उपरी सदन के लिए चुन लिया गया। राज्य से राज्यसभा के लिए निवाचित प्रत्याशियों में केंद्रीय ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल और वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम, राकांपा प्रत्याशी पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रफुल्ल पटेल, भाजपा के विनय सहस्रबुद्धे और विकास महात्मे और शिवसेना के संजय राउत शामिल हैं। तमिलनाडु में अन्नाद्रमुक के उम्मीदवार आर वातीलिंगम, ए नवनीतकृष्णन, ए विजयकुमार, पूर्व केंद्रीय मंत्री एस आर बालासुब्रह्मण्यन तथा द्रमुक के आर एस भारती एवं टी के एस इलानगोवन को निर्वाचित घोषित किया गया। इन्हें इस साल 29 जून को सेवानिवृत्त होने जा रहे उच्च सदन के छह सदस्यों के स्थान पर निर्वाचित घोषित किया गया है। इन चार सांसदों के निर्वाचित होने से राज्यसभा में अन्नाद्रमुक के सदस्यों की संख्या बढ़कर मौजूदा 11 से 12 हो जाएगी जबकि द्रमुक के सदस्यों की संख्या चार पर बरकरार रहेगी।

 

आंध्र प्रदेश से तेदेपा के समर्थन वाले भाजपा उम्मीदवार एवं रेल मंत्री सुरेश प्रभु और तेदेपा के उम्मीदवार और केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री वाई सत्यनारायण चौधरी और टी जी वेंकटेश तथा वाईएसआर कांग्रेस के वी विजयसाई रेड्डी भी निर्विरोध चुने गए। वाईएसआर कांग्रेस की तरफ से कठपुतली उम्मीदवार के तौर पर नामांकन पत्र दाखिल करने वाली वी सुनंदा रेड्डी ने कल अपना पर्चा वापस ले लिया था, जिससे चारों प्रमुख उम्मीदवारों के निर्विरोध चुने जाने का रास्ता साफ हो गया था। बिहार से जदयू नेता शरद यादव, जानेमाने अधिवक्ता राम जेठमलानी और राजद प्रमुख लालू प्रसाद की पुत्री मीसा भारती सहित पांच उम्मीदवारों को निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया गया। संसद के उपरी सदन के लिए निर्विरोध निर्वाचित होने वाले दो अन्य उम्मीदवारों में जदयू उम्मीदवार रामचंद्र प्रसाद सिंह और भाजपा उम्मीदवार गोपाल नारायण सिंह शामिल हैं

 

पंजाब में कांग्रेस की वरिष्ठ नेता अंबिका सोनी एवं सत्तारूढ़ शिरोमणि अकाली दल के उम्मीदवार बलविंदर सिंह भुंडर को राज्य की दो राज्यसभा सीटों के लिए निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया गया। ये दोनों सीटें अंबिका एवं भुंडर का चार जुलाई को कार्यकाल पूरा होने के कारण खाली होने जा रही हैं। छत्तीसगढ़ में रिक्त हो रही दो सीटों के लिए सत्ताधारी भाजपा की ओर से पूर्व मंत्री रामविचार नेताम और विपक्षी दल कांग्रेस की ओर से छाया वर्मा को आज निर्वाचित घोषित कर दिया गया। वहीं ओडि़शा में बीजद के तीन उम्मीदवार प्रसन्न आचार्य, विष्णु चरण दास एवं एन भास्कर राव राज्यसभा के लिए निर्विरोध निर्वाचित किए गए। उधर गुजरात से भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पुरूषोत्तम रूपाला राज्यसभा के लिए निर्विरोध निर्वाचित हुए।

 

इन राज्यों के अलावा अन्य राज्यों, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, राजस्थान, हरियाणा में सीटों से अधिक उम्मीदवारों के पर्चा दाखिल करने से अब फैसला मतदान केजरिये ही होगा जो कि 11 जून को होगा।   कर्नाटक में चार सीटों के लिए पांच उम्मीदवार होने के कारण मतदान की सूरत बन गई है। राजस्थान से राज्यसभा की चार सीटों पर पांच उम्मीदवार चुनाव मैदान में होने के कारण मतदान होने की नौबत बन गई है। वहीं उत्तर प्रदेश में राज्यसभा की सीटों के लिए नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि समाप्त होने के बाद अतिरिक्त उम्मीदवार बच जाने से चुनाव होना लगभग तय हो गया है। इसके कारण प्रमुख पार्टियां अपने पक्ष को एकजुट रखने के प्रयासों में जुटी हैं।

 

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