केंद्रीय गृह मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने बताया कि मोदी सरकार की सिफारिश के बाद राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने अलग-अलग क्षेत्रों की छह हस्तियों को संसद के उच्च सदन के लिए मनोनीत किया। प्रवक्ता ने बताया कि इन छह हस्तियों के उच्च सदन में मनोनयन के बाबत औपचारिक अधिसूचना जल्द ही जारी कर दी जाएगी। केंद्र सरकार की सलाह पर राष्ट्रपति साहित्य, विज्ञान, खेल, कला एवं समाज सेवा जैसे क्षेत्रों से चुने गए लोगों को राज्यसभा सदस्य के तौर पर मनोनीत करते हैं।
62 साल के जाधव अर्थशास्त्री हैं। वह संप्रग सरकार के शासनकाल में 2010 से 2014 तक सोनिया गांधी की अगुवाई वाली एनएसी के सदस्य थे। वह 2009 से 2014 तक योजना आयोग के सदस्य भी रहे हैं। जाधव पुणे विश्वविद्यालय के कुलपति के तौर पर भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं। जाधव मराठी, अंग्रेजी एवं हिंदी के अच्छे लेखक भी माने जाते हैं। उन्होंने 30 से ज्यादा किताबों का लेखन-संपादन किया है।
हावर्ड यूनिवर्सिटी से शिक्षा प्राप्त अर्थशास्त्री सुब्रह्मण्यम स्वामी (66) केंद्रीय वाणिज्य एवं कानून मंत्री रह चुके हैं। वह भी योजना आयोग के सदस्य रह चुके हैं। नेहरू-गांधी परिवार के धुर विरोधी माने जाने वाले स्वामी 2जी स्पेक्ट्रम घोटाले के याचिकाकर्ताओं में से एक थे। वह कुछ साल पहले ही भाजपा में शामिल हुए हैं।
क्रिकेटर रहे सिद्धू अमृतसर से तीन बार भाजपा के लोकसभा सांसद रह चुके हैं। उन्हें संभवत: इस वजह से मनोनीत किया गया है कि वह आम आदमी पार्टी में शामिल न हो जाएं। ऐसी खबरें आ रही थीं कि आप उन्हें 2017 में होने वाले विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर पेश करने की योजना बना रही है। 52 साल के सिद्धू ने 2014 के लोकसभा चुनाव में अमृतसर से खुद न लड़कर वित्त मंत्री अरुण जेटली को उम्मीदवार बनाने में पार्टी की मदद की थी। बहरहाल, जेटली चुनाव हार गए थे।
60 साल के स्वप्न दासगुप्ता वरिष्ठ पत्रकार हैं और वह दि स्टेट्समैन, दि टाइम्स ऑफ इंडिया और इंडिया टुडे सहित कई मीडिया संगठनों में विभिन्न संपादकीय पदों पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं। उन्हें पिछले साल पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। मलयालम अभिनेता सुरेश गोपी पिछले कुछ सालों से भाजपा के जाने-माने समर्थक रहे हैं। वह मलयालम सिनेमा के मशहूर एक्शन हीरो हैं। उन्होंने कई फिल्मों में ईमानदार पुलिस अधिकारी की भूमिका निभाई है।
मणिपुर की रहने वाली 33 साल की मैरी कॉम पांच बार मुक्केबाजी चैंपियन रह चुकी हैं और सभी छह विश्व चैंपियनशिप में पदक जीतने वाली एकमात्र महिला मुक्केबाज हैं। पूर्वोत्तर राज्यों की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए मैरी कॉम को मनोनीत किया गया है।