दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में राष्ट्रपति अभिभाषण संपन्न होने के करीब आधे घंटे बाद उच्च सदन की कार्यवाही राष्ट्रगान की धुन के साथ शुरू हुई। इसके बाद सभापति हामिद अंसारी ने पिछले और मौजूदा सत्र के अंतराल के बीच दिवंगत हुए पूर्व सदस्यों, प्रख्यात व्यक्तियों और विभिन्न घटनाओं में देश की रक्षा करते हुए अपने प्राणों का बलिदान देने वाले सैनिकों को पूरे सदन की ओर से श्रद्धांजलि दी।
इसके बाद सदन के पटल पर आवश्यक दस्तावेज रखवाये। इस दौरान सचिन मनोनीत सदस्यों के लिए निर्धारित पंक्ति में अपनी सीट पर बैठकर सदन की कार्यवाही को गौर से देखते रहे। इसके बाद जब सदन की कार्यवाही को पूरे दिन के लिए स्थगित किया गया तो उसके बाद वह एक दो सदस्यों से हाथ मिलाकर सदन से बाहर चले गये।
उल्लेखनीय है कि पहले कुछ सदस्यों ने तेंदुलकर का नाम लिये बिना इस बात पर आपत्ति जतायी थी कि सेलीब्रिटीज मनोनीत सदस्य प्राय: सदन में नहीं आते हैं। इस पर आसन की ओर से ब्यौरों सहित बताया गया था कि तेंदुलकर और एक अन्य मनोनीत सदस्य एवं सिने तारिका रेखा नियमों के अनुसार सदन में आते रहे हैं। तेंदुलकर को 27 अप्रैल 2012 को उच्च सदन में मनोनीत किया गया था।