लोकसभा में सत्ता पक्ष और विपक्ष के सदस्यों के बीच उस समय टकराव की स्थिति पैदा हो गई जब केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ कांग्रेस नेता राहुल गांधी के डंडे मारने वाले बयान का उल्लेख करते हुए माफी मांगने की मांग की। दोनों पक्षों के सदस्यों के बीच हाथापाई की स्थिति पैदा होने के बाद सदन की कार्रवाई स्थगित कर दी गई।
डंडे वाले राहुल के बयान पर यह कहा
प्रश्नकाल के दौरान, जब राहुल गांधी ने मेडिकल कॉलेजों की स्थापना से संबंधित एक सवाल पूछा तो वर्धन ने इसका जवाब देने के बजाय कहा कि वह पीएम पर राहुल की टिप्पणी के बारे में पहले कुछ कहना चाहते हैं। उन्होंने राहुल की टिप्पणी को अजीब बताते हुए निंदा की और माफी मांगने की मांग की। लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने बाकी बातें छोड़कर सवाल का जवाब देने को कहा, इसके बावजूद हर्षवर्धन नहीं रुके।
विपक्षी सदस्य मंत्री की ओर बढ़ने लगे
इसके बाद कांग्रेस सदस्य विरोध करते हुए सदन के वेल में आ गए। तमिलनाडु से कांग्रेस के सदस्य मनिका टैगोर ने सत्ता पक्ष की बेंचों की ओर बढ़े और आक्रामक तरीके से वर्धन के पास जाने लगे जो दूसरे पंक्ति में बैठे। इस पर उत्तर प्रदेश से भाजपा सदस्य बृज भूषण शरण सिंह ने टैगोर को बांह पकड़कर आगे बढ़ने से रोका। केरल से कांग्रेस सदस्य ही बी ईदेन ने दखल देने का प्रयास किया। दोनों पक्षों के कई सदस्य और स्मृति ईरानी सहित कई मंत्रियों ने उन्हें आपस में भिड़ने से रोका। माहौल गरम होते देख सदन की कार्रवाई स्थगित कर दी गई।
राहुल का बयान और मोदी का जवाब
दिल्ली में एक रैली के दौरान राहुल ने कहा था कि नौकरियां न होने के कारण युवा पीएम मोदी को डंडे से पीटेंगे। इसके बाद गुरुवार को मोदी ने कहा था कि वह सूर्य नमस्कार और ज्यादा करने लगे हैं ताकि उनकी पीठ हमले को झेल सके।