राजनीति में राजनेताओं का अंदाज़ ही उनकी सबसे बड़ी पहचान माना जाता है। अलग अलग नेता, अलग अलग अंदाज़। लोकसभा को इस बार एक अलग अंदाज़ वाला नेता प्रतिपक्ष मिला है। अलबत्ता, ज़िम्मेदारी राहुल गांधी के कंधों पर आई है और दायित्व निर्वहन के पहले ही दिन एक वीडियो वायरल हो गया।
वीडियो ओम बिरला के लोकसभा अध्यक्ष चुने जाने के बाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विपक्ष के नेता राहुल गांधी के गर्मजोशी से मिलने का है। निचले सदन में नवनिर्वाचित अध्यक्ष ओम बिरला का अभिवादन करने के बाद दोनों के हाथ मिलाने का वीडियो सोशल मीडिया पर आग की तरह फैल गया।
#WATCH | Prime Minister Narendra Modi, LoP Rahul Gandhi and Parliamentary Affairs Minister Kiren Rijiju accompany Lok Sabha Speaker Om Birla to the chair. pic.twitter.com/3JfKbCH3nC
— ANI (@ANI) June 26, 2024
ताज्जुब तब हुआ जब इस वीडियो ने संसद की एक पुरानी घटना याद दिला दी। दरअसल 2018 में, भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर बहस के दौरान, राहुल गांधी अपने भाषण के बाद पीएम मोदी के पास पहुंचे और उन्हें गले लगाया।
गले मिलने के बाद पीएम मोदी ने उन्हें वापस बुलाया और गांधी से हाथ मिलाया। अब ऐसा ही एक मोमेंट दोबारा सामने आया है। हुआ यूं कि ओम बिरला के अध्यक्ष निर्वाचित होने के पश्चात केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने राहुल गांधी से साथ आने को कहा।
चूंकि अब नेता प्रतिपक्ष होने के नाते राहुल की भी एक अलग जिम्मेदारी बनती है, इसलिए खुद प्रधानमंत्री मोदी ने भी राहुल से ओम बिरला के समीप आने का इशारा किया। बाद में दोनों ने ओम बिरला और एक दूसरे से हाथ मिलाए। दोनों नेता इसके बाद बिरला को अध्यक्ष पीठासन तक लेकर गए।
यह वीडियो सोशल मीडिया पर खूब तेज़ी से वायरल हो गया। अधिकांश यूजर्स का कहना है कि यही दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र की सबसे सच्ची तस्वीर है। जहां सत्तारूढ़ गठबंधन के प्रेमियों ने पीएम मोदी की सराहना में वीडियो शेयर किया तो वहीं विपक्षी गठबंधन के प्रशंसकों ने राहुल गांधी के बढ़ते कद की ओर इशारा किया।
बहरहाल, बात लोकसभा अध्यक्ष के चुनाव की करें तो ये मतदान ध्वनि मत से हुआ। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा ओम बिरला को लोकसभा अध्यक्ष के रूप में चुनने के लिए प्रस्ताव पेश करने के बाद आया। विपक्षी इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार के सुरेश लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव हार गए।
बता दें कि भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले एनडीए ने कोटा से तीन बार के सांसद ओम बिड़ला को मैदान में उतारा था। बिड़ला जो लोकसभा अध्यक्ष के रूप में दूसरे कार्यकाल की तलाश में थे, उन्होंने चुनाव जीत लिया। आठ बार सांसद रहे के सुरेश स्पीकर पद का चुनाव हार गए।
बता दें कि लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव साधारण बहुमत से किया जाता है। लोकसभा में मौजूद 543 सदस्यों के साथ, अध्यक्ष पद के लिए विजयी उम्मीदवार को चुनाव के दौरान सदन में मौजूद आधे से अधिक सदस्यों का समर्थन मिलना चाहिए।