राज्यसभा में रोज हो रहे हंगामे से खफा सभापति वेंकैया नायडू ने आज सदस्यों के व्यवहार के प्रति नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि आप देश के लोगों के धैर्य की परीक्षा ले रहे हैं।
नायडू ने सदस्यों से कहा कि जो लोग बाहर नारेबाजी करते हैं और जो यहां नारेबाजी कर रहे हैं उनमें क्या अंतर है। दर्शक दीर्घा की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि पूरा देश सदन को देख रहा है। कई महत्वपूर्ण विधेयक और कानून सदन के समक्ष विचाराधीन है। इसके साथ ही कश्मीर, दलित, आंध्र प्रदेश और कावेरी जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी चर्चा की जानी है।
उन्होंने कहा कि हमने अभी तक एक भी बिल पारित नहीं किया है। देश विकास चाहता है। ऐसे में आप लोगों के धैर्य की परीक्षा ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि कृपया यह समझें कि पूरा देश सदन में जो हो रहा है उससे खफा है।
सत्र की शुरुआत से ही हंगामे के प्रति नाराजगी जताते हुए नायडू ने विपक्ष से सहयोग करने को कहा। उन्होंने कहा कि सदन में कई महत्वपूर्ण चर्चाएं होनी हैं और कुछ बिल भी पास कराने हैं।
बुधवार को सदन कार्यवाही शुरू होते ही कांग्रेस और बहुजन समाज पार्टी के सदस्यों ने एससी/एसटी एक्ट को लेकर हंगामा शुरू कर दिया। तेदेपा के सदस्य आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने और एआइएडीएमके तथा डीएमके कावेरी जल प्रबंधन बोर्ड के तत्काल गठन की मांग को लेकर नारेबाजी कर रहे थे।
12 सदस्यों ने ली शपथ
राज्यसभा के लिए चुने गए 12 नए सदस्यों ने आज राज्यसभा की सदस्यता की शपथ ली। शपथ लेने वालों में कांग्रेस के जी.सी. चंद्रशेखर और एल. हनुमंतैया, बीजू जनता दल के प्रशांत नंदा, सौम्य रंजन पटनायक और अच्युतानंद सामंत, भारतीय जनता पार्टी के भूपेंद्र यादव और मदन लाल सैनी, तेलंगाना राष्ट्र समिति के प्रकाश बंदा, संतोष कुमार जोगिनिपल्ली और बादुगला लिंगैया यादव तथा समाजवादी पार्टी की जया बच्चन शामिल हैं।