भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने दावा किया है कि दिल्ली के लोग आम आदमी पार्टी (आप) के शासन से असंतुष्ट हैं और वे आगामी विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को वोट देंगे।
तिवारी ने पीटीआई की वीडियो सेवा के साथ एक साक्षात्कार में कहा कि आप सरकार दिल्लीवासियों की समस्याओं का समाधान करने में विफल रही है और वह राजधानी की बदहाली के लिए जिम्मेदार है।
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘दिल्ली में हर व्यक्ति आप के शासन और प्रदूषित पानी, जहरीली हवा, यमुना की स्थिति, वरिष्ठ नागरिकों के लिए लंबित पेंशन, झूठे वादे और चरमराई राशन कार्ड प्रणाली जैसे मुद्दों से परेशान है।’’
भाजपा सांसद ने केजरीवाल की आलोचना करते हुए कहा कि वह लोगों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने जैसे बुनियादी मुद्दों को हल करने में विफल रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘10 साल तक शासन करने के बाद भी वह साफ पानी मुहैया कराने की बात करते हैं। दिल्लीवासियों को अब गुमराह नहीं किया जा सकता।’’
तिवारी ने अवैध बांग्लादेशी और रोहिंग्या प्रवासियों के मुद्दे पर भी केजरीवाल पर निशाना साधा।
उन्होंने कहा, ‘‘केजरीवाल ने अवैध प्रवासियों को मतदाता बनाने में मदद की। यही कारण है कि लोगों को आश्चर्य होता है कि जनता के असंतोष के बावजूद आप कैसे जीत गई।’’
तिवारी ने कहा कि चुनाव के लिए उम्मीदवारों के नामों की जल्दी घोषणा करना जीत की गारंटी नहीं है।
उन्होंने कहा, ‘‘आप ने अपने उम्मीदवारों की जल्दी घोषणा करके, अपने मौजूदा विधायकों को दरकिनार कर और उन पर विश्वास न होने का प्रदर्शन कर अपनी खामियां उजागर कर दी हैं। इसके बजाय, उसने कई बाहरी लोगों को टिकट दिया है।’’
आप ने दिल्ली चुनाव के लिए 21 नवंबर को 11 उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची जारी की, जिसमें तीन मौजूदा विधायकों का नाम काट दिया गया और भाजपा तथा कांग्रेस से आए छह नेताओं को मैदान में उतारा गया है।
इस महीने की शुरुआत में आप ने अपने उम्मीदवारों की अंतिम सूची जारी की और इस तरह वह सभी 70 उम्मीदवारों की घोषणा करने वाली पहली पार्टी बन गई।
दिल्ली में भाजपा द्वारा मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित नहीं किए जाने के सवाल पर तिवारी ने कहा, ‘‘भाजपा में प्रतिबद्धता मायने रखती है और कोई भी कार्यकर्ता मुख्यमंत्री पद का चेहरा बन सकता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमारा ध्यान दिल्ली को भाजपा के शासन के तहत लाना और इसे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘डबल-इंजन’ मॉडल के साथ जोड़ना है।’’
आप द्वारा हाल ही में मतदाताओं को लुभाने के लिए विभिन्न योजनाओं की घोषणा किए जाने पर उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र जैसे भाजपा शासित राज्य पहले से ही लोगों, विशेषकर महिलाओं को समान लाभ प्रदान कर रहे हैं।
दिल्ली में अगले साल फरवरी में विधानसभा चुनाव होना है।