कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और इसके पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पश्चिम बंगाल में ट्रेन दुर्घटना में कई यात्रियों की मौत पर सोमवार को शोक जताया और रेल मंत्रालय के ‘घोर कुप्रबंधन’ का जिक्र करते हुए नरेन्द्र मोदी सरकार की आलोचना की।
खड़गे ने कहा, ‘‘दुर्घटना के दृश्य हृदय विदारक हैं। हमारी संवेदनाएं पीड़ितों के परिवारों के साथ हैं। दुख की इस घड़ी में, हम उनमें से प्रत्येक के प्रति अपनी एकजुटता और संवेदना व्यक्त करते हैं। हम घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं।’’
उन्होंने मांग की कि पीड़ितों को तत्काल पूरा मुआवजा प्रदान किया जाना चाहिए।
खड़गे ने आरोप लगाया कि पिछले 10 वर्षों में मोदी सरकार रेल मंत्रालय के ‘घोर कुप्रबंधन’ में लिप्त रही है। कांग्रेस अध्यक्ष ने दावा किया कि एक जिम्मेदार विपक्ष के रूप में यह रेखांकित करना उनकी पार्टी का कर्तव्य है कि कैसे मोदी सरकार ने रेल मंत्रालय को व्यवस्थित रूप से ‘कैमरा-संचालित’ स्व-प्रचार के मंच में बदल दिया है।
उन्होंने आरोप लगाया कि आज की त्रासदी इस कटु वास्तविकता की एक और यादगार घटना है।
राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि, ‘‘पिछले 10 वर्षों में रेल दुर्घटनाओं में वृद्धि मोदी सरकार के कुप्रबंधन और लापरवाही का प्रत्यक्ष परिणाम है, जिसके कारण रोजाना यात्रियों की जान-माल की हानि हो रही है।’’
उन्होंने ‘एक्स’ पर हिंदी में एक पोस्ट में दावा किया, ‘‘आज की दुर्घटना इस वास्तविकता का एक और उदाहरण है - एक जिम्मेदार विपक्ष के रूप में, हम इस घोर लापरवाही पर सवाल उठाना जारी रखेंगे और इन दुर्घटनाओं के लिए मोदी सरकार को जिम्मेदार ठहराएंगे।’’
गांधी ने कहा कि पश्चिम बंगाल में कंचनजंगा एक्सप्रेस के दुर्घटनाग्रस्त होने से कई यात्रियों की मौत की खबर बेहद दुखद है। राहुल ने अपने पोस्ट में कहा, ‘‘मैं सभी शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। सरकार को तुरंत सभी पीड़ितों या उनके परिवारों को पूरा मुआवजा देना चाहिए। कांग्रेस कार्यकर्ताओं से अनुरोध है कि वे राहत और बचाव प्रयास में हर संभव सहायता प्रदान करें।’’
पश्चिम बंगाल के रंगापानी स्टेशन के पास सोमवार को सियालदह जाने वाली कंचनजंगा एक्सप्रेस से एक मालगाड़ी की टक्कर के कारण कम से कम 15 लोगों की मौत हो गई और लगभग 60 अन्य घायल हो गए।