लोकसभा चुनाव से पहले मोदी सरकार के खिलाफ एक और महारैली में विपक्षी नेता बुधवार को दिल्ली में जंतर मंतर पर जमा हुए हैं। इस रैली का आयोजन अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में आम आदमी पार्टी ने किया है। समाजवादी पार्टी, द्रमुक, राष्ट्रीय जनता दल, तृणमूल कांग्रेस, राष्ट्रीय लोक दल और अन्य पार्टियों के नेता भी महा रैली को संबोधित करेंगे। रैली में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री, शरद यादव, सपा नेता रामगोपाल यादव पहुंच चुके हैं। विपक्षी दल के नेताओं के पहुंचने का सिलसिला जारी है। आरजेडी की ओर से सांसद जयप्रकाश यादव पहुंचे हैं। हालांकि बंगाल की सियासत की ताप जंतर-मंतर के मंच पर भी देखने को मिली। ममता बनर्जी के आने से पहले ही वामपंथी नेता सीताराम येचुरी और डी राजा वहां से चले गए।
पिछले महीने कोलकाता में ममता बनर्जी के नेतृत्व में महागठबंधन की एक रैली का आयोजन किया गया था। इस रैली में अरविंद केजरीवाल भी शामिल हुए थे। आम चुनाव में कुछ महीने ही बच रह गए हैं, ऐसे में इस रैली का उद्देश्य बीजेपी और उसके राष्ट्रीय प्रजातांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के सहयोगियों को चुनौती देने के वास्ते एक महागठबंधन बनाने के लिए विपक्षी नेताओं को साथ लाना है।
देश बदलाव चाहता है: ममता
कोलकाता से दिल्ली आते वक्त ममता ने कहा, "नरेंद्र मोदी जानते हैं कि वह दोबारा सत्ता में नहीं आ रहे। उनकी एक्सपायरी डेट खत्म हो गई है। 15 दिन के भीतर चुनाव की तारीखों का ऐलान हो जाएगा। चुनाव के बाद हम नई सरकार देखेंगे। देश बदलाव चाहता है। देश उस अखंड भारत को देखना चाहता है, जहां लोकतंत्र और समावेशिता कायम रहेगी।"
राहुल गांधी आएंगे?
राय से पूछा गया कि क्या कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी रैली में शिरकत कर रहे हैं, तो दिल्ली सरकार में मंत्री राय ने कहा कि उन्हें निमंत्रण भेजा गया है। आम आदमी पार्टी ने उन सभी विपक्षी नेताओं को निमंत्रण भेजा है जो पिछले महीने तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष बनर्जी की ओर से आयोजित की गई बीजेपी विरोधी रैली में आए थे।
की जा रही है महामिलावट की तैयारी: मोदी
पिछले हफ्ते लोकसभा में पीएम नरेंद्र मोदी ने विपक्ष पर जमकर हमला किया। उन्होंने कहा था कि लोग मिलावटी सरकार के कारनामे तो देख चुके हैं, लेकिन अब तो महामिलावट की तैयारी की जा रही है। पीएम मोदी का इशारा महागठबंधन की तरफ था।