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2019 लोकसभा चुनाव के लिए पंजाब में आम आदमी पार्टी ने किया 5 उम्मीदवारों का ऐलान

आम आदमी पार्टी ने आगामी लोकसभा चुनावों को लेकर सभी पार्टियों को पीछे छोड़ते हुए पंजाब में अपने 5...
2019 लोकसभा चुनाव के लिए पंजाब में आम आदमी पार्टी ने किया 5 उम्मीदवारों का ऐलान

आम आदमी पार्टी ने आगामी लोकसभा चुनावों को लेकर सभी पार्टियों को पीछे छोड़ते हुए पंजाब में अपने 5 उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है। लोकसभा चुनाव अगले साल अप्रैल-मई में हो सकते हैं। संगरूर से मौजूदा सांसद भगवंत मान दोबारा लोकसभा चुनाव लड़ेंगे तो फरीदकोट से पार्टी के सांसद प्रोफेसर साधु सिंह को भी दोबारा टिकट दिया गया है।

इसके अलावा होशियारपुर से रवजोत सिंह, अमृतसर साहिब से कुलदीप सिंह धालीवाल, आनंदपुर साहिब से नरिंद्र सिंह शेरगिल को उम्‍मीदवार घोषित किया है। वहीं, आप के दो अन्य सांसदों धर्मवीर गांधी (पटियाला) और हरिंदर सिंह खालसा (फतेहगढ़ साहिब) का नाम यहां आप कोर समिति के अध्यक्ष बुद्ध राम द्वारा घोषित सूची में शामिल नहीं है। दोनों सांसदों को 2015 में पार्टी से निलंबित कर दिया गया था।

 

आप ने 2014 के आम चुनावों में पंजाब में चार सीटें जीती थी। इसके अलावा पार्टी देश के किसी भी हिस्से में एक भी सीट पर जीत हासिल करने में नाकाम रही थी। पंजाब में लोकसभा की 13 सीटें हैं।

पंजाब में कांग्रेस व अकाली दल-भाजपा के गठजोड़ के मुकाबले तीसरे विकल्प के रूप में उभरी आप में पिछले दो साल से भीतरी घमासान और अपने नेतृत्व को लेकर एक तरह से विद्रोह चल रहा है।

नहीं बन पाई सहमति

बागी नेता और विधायक सुखपाल सिंह खैहरा के नेतृत्व में आप नेतृत्व का एक धड़ा पंजाब में राजनीतिक फैसले लेने के लिए राज्य इकाई को स्वायत्तता देने की मांग कर रहा है। खैहरा को हाल ही में आप नेतृत्व द्वारा विधानसभा में विपक्ष के नेता के पद से हटा दिया गया था। पिछले दो-तीन सप्ताह से आप नेता पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व में निष्ठा रखने वाले समूह और खैहरा गुट के समर्थकों के बीच एकता बनाने का प्रयास कर रहे हैं लेकिन अभी तक कोई सहमति नहीं बन पाई है।

 

भड़का खैहरा धड़ा

आम आदमी पार्टी के द्वारा लोकसभा चुनाव की पांच सीटों की घोषणा के बाद विधायक सुखपाल खैहरा धड़ा काफी भड़का हुआ है। खैहरा ने कहा कि पार्टी ने इस तरह का फैसला लेकर जनता की भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया है।उन्होंने कहा कि पार्टी ने पांच उम्मीदवारों के नाम घोषित कर ये संदेश देने का प्रयास किया है कि अब उनके लिए एकजुटता के सभी दरवाजे बंद हो चुके हैं।

 

अल्टीमेटम की बढ़ाई मियाद

आप विधायक ने कहा कि हमने पार्टी हाईकमान को 1 नवंबर तक एकजुटता के लिए अल्टीमेटम दिया था। उन्होंने कहा कि हम अभी भी इस अल्टीमेटम की मियाद को बढ़ाकर 8 नवंबर तक कर रहे हैं। खैहरा ने कहा कि विरोधियों के पास अभी भी समय है वे अपनी गलतियां मानकर एकजुट हो जाएं।

 

 

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