दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि चंडीगढ़ महापौर चुनाव में हुई ''धोखाधड़ी'' के खिलाफ यहां भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के मुख्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन में भाग लेने आ रहे आम आदमी पार्टी (आप) के विधायकों और कार्यकर्ताओं को रोका जा रहा है या उन्हें हिरासत में लिया जा रहा है।
वहीं, केजरीवाल सरकार में "भ्रष्टाचार" के खिलाफ भाजपा का भी आज विरोध प्रदर्शन है जिसके कारण मध्य दिल्ली में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। पुलिस ने पंडित दीन दयाल उपाध्याय मार्ग की ओर जाने वाली कई सड़कों पर अवरोधक लगा दिए हैं और अतिरिक्त कर्मियों को तैनात किया है।
'आप' मुख्यालय के पास भाजपा अपना विरोध प्रदर्शन करेगी। दोनों पार्टियों के मुख्यालय एक ही सड़क पर हैं और दोनों के बीच कुछ सौ मीटर की दूरी है।
केजरीवाल ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा,”चंडीगढ़ महापौर चुनाव में सबसे पहले वोट चोरी हुए। अब इसके खिलाफ शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने आ रहे लोगों को दिल्ली भर में जगह-जगह रोका जा रहा है।”
एक अन्य पोस्ट में उन्होंने कहा,”पूरी दिल्ली में वे पार्टी के कार्यालय आ रहे निर्वाचित विधायकों, पार्षदों और कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले रहे हैं।”
केजरीवाल ने सवाल उठाया,’यह क्या हो रहा है?’ 'आप' नेता गोपाल राय ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि विरोध प्रदर्शन से पहले आप विधायकों, पार्षदों को नजरबंद किया गया, पार्टी कार्यालय के सामने भारी बैरिकेडिंग की गई है।
उन्होंने कहा कि दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष राम निवास गोयल, उप महापौर आले मोहम्मद इकबाल को विरोध प्रदर्शन से पहले घर में नजरबंद कर दिया गया। अधिकारियों ने बताया कि पंडित दीन दयाल उपाध्याय मार्ग की ओर जाने वाली सड़कें सुबह से बंद कर दी गई हैं और भाजपा तथा आप के मुख्यालयों के पास अवरोधक लगाए गए हैं।
दिल्ली की मंत्री और आप नेता आतिशी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘पूरी दिल्ली में भारी अवरोधक लगाए गए हैं। आप कार्यकर्ताओं से भरी बसों को हिरासत में लिया जा रहा है। आप कार्यालय के बाहर सैकड़ों अर्धसैनिक बल कर्मी तैनात हैं।’ उन्होंने सवाल किया,”भाजपा चंडीगढ़ महापौर चुनाव पर विरोध से इतनी क्यों डरी हुई है?’
भाजपा ने मंगलवार को चंडीगढ़ महापौर चुनाव में महापौर, वरिष्ठ उपमहापौर और उपमहापौर के तीनों पदों पर जीत हासिल की थी। इससे साथ में चुनाव लड़ रहे कांग्रेस-आप गठबंधन को बडा़ झटका लगा है और उसने पीठासीन अधिकारी पर मतपत्रों के साथ छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया है।