नेशनल कांफ्रेंस पार्टी ने जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. फारूक अब्दुल्ला और उनके पुत्र उमर अब्दुल्ला का नाम रोशनी योजना के गैर-कानूनी लाभार्थियों की श्रेणी में आने के आरोपों को सिरे से खारिज किया है। प्रदेश में डीडीसी और यूएलबी चुनावों की तैयारी चल रही है और लोगों को ध्यान भटकाने के लिए इस तरह के आरोपों का मकसद लोगों की सहानुभूति बटोरना है। जमीन से संबंधित सभी सवालों का उचित जवाब दिया जाएगा।
नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) के प्रवक्ता ने बुधवार को कहा कि डॉ. अब्दुल्ला और श्री उमर अब्दुल्ला पर रोशनी योजना का फायदा उठाने के लिए लगाए गए आरोप महज जिला विकास परिषद (डीडीसी) और स्थानीय शहरी निकाय (यूएलबी) चुनाव प्रक्रिया के दौरान लोगों को गुमराह करने के अलावा और कुछ नहीं है।
उन्होंने कहा कि पार्टी ने इस संबंध में आवश्यक कानूनी सलाह मांगी है और अपने हितों की रक्षा के लिए उचित कानूनी प्रक्रिया शुरू कर रही है। उन्होंने कहा कि पार्टी और अध्यक्ष डॉ. अब्दुल्ला और उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने जम्मू में भूमि के अतिक्रमण और रोशनी योजना के गैर लाभार्थियों के संबंध में उनके खिलाफ लगाए जा रहे बेबुनियाद आरोपों पर चिंता व्यक्त की है।
उन्होंने जम्मू में उस जमीन के संबंंध में जिसमें डॉ. अब्दुल्ला का आवास बना हुआ है और पूर्व मुख्यमंत्री पर लगे सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि रोशनी योजना से इस जमीन का कोई लेना देना नहीं है। उन्होंने आरोपों को दुर्भावनापूर्ण बताया और कहा भले ही श्री उमर अब्दुल्ला के पास जमीन नहीं है, लेकिन वास्तव में वह अपने पिता के साथ जम्मू में रहते हैं जैसा कि वह श्रीनगर में भी रहते हैं। उन्होंने कहा कि जनता का ध्यान भटकाने के लिए सरकार द्वारा उन दोनों का नाम इस सूची में जोड़ा है।