नई दिल्ली। फर्जी डिग्री रखने के आरोप में गिरफ्तार किए गए दिल्ली के कानून मंत्री जितेन्द्र सिंह तोमर ने मंगलवार रात अपने पद से इस्तीफा दे दिया। तोमर ने पुलिस हिरासत से मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को इस्तीफा भेजा जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया है। उप मुख्यमंत्राी मनीष सिसौदिया ने कल रात बताया कि तोमर ने मुख्यमंत्री को अपना इस्तीफा भेज दिया है, मुख्यमंत्री ने इसे स्वीकार कर लिया। सुबह उनके इस्तीफे को उपराज्यपाल को भेजा जाएगा। सिसौदिया ने कहा कि तोमर ने खुद अपनी मर्जी से इस्तीफा दिया है।
नैतिकता के आधार पर दिया इस्तीफा-तोमर
यह पूछे जाने पर कि तोमर ने पहले क्यों नहीं इस्तीफा दिया, सिसौदिया ने कहा, यह तो जितेंद्र तोमर ही बता सकते हैं। उधर, तोमर ने कहा कि वह नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे रहे हैं। लेकिन मैं इस मामले में लडूंगा और जीतूंगा। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा की अगुवाई वाली केंद्र सरकार इस साजिश के पीछे है। आप के एक नेता ने अपना नाम गुप्त रखते हुए बताया कि तोमर का विकल्प तलाशने की प्रक्रिया जल्द ही शुरू की जाएगी। हालांकि सबसे पहले इस मामले को उच्चतम अदालत में ले जाना प्राथमिकता है।
तोमर चार दिन की पुलिस हिरासत में
इससे पहले 49 वर्षीय तोमर को शहर की एक अदालत ने चार दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया था। विज्ञान स्नातक और कानून की डिग्री व माइग्रेशन सर्टिफिकेट में फर्जीवाडे के आरोप में उन्हें दिल्ली पुलिस ने उन्हें मंगलवार सुबह गिरफ्तार किया था। पुलिस का कहना है कि करीब महीने भर की जांच के बाद तोमर की गिरफ्तारी की गई। दिल्ली पुलिस का दावा है कि अयोध्या के. के. एस. साकेत स्नातकोत्तर कालेज ने जांचकर्ताओं को बताया कि जितेन्द्र सिंह तोमर के नाम से कोई बीएससी डिग्री और अंक तालिका जारी नहीं की गई। भागलपुर के तिलकामांझी विश्वविद्यालय ने भी तोमर की कानूनी डिग्री को फर्जी बताया है।
दिल्ली में आपातकाल जैसे हालात
तोमर की गिरफ्तारी को लेकिन आम आदमी पार्टी के नेताओं ने मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा। दिल्ली के उप मुख्यमंत्राी मनीष सिसोदिया ने कहा है कि दिल्ली में आपातकाल जैसे हालात पैदा करने की कोशिश की जा रही है। क्योंकि आप सरकार ने भ्रष्टाचार में शामिल लोगों पर कड़ी कार्रवाई की है। सिसोदिया ने कहा, तोमर को इस तरह गिरफ्तार किया गया जैसे कि वह माफिया हैं। क्या वह भाग रहे थे? क्या आपात स्थिति थी? तोमर की गिरफ्तारी को उन्होंने आप नेताओं को सबक सिखाने की कोशिश करार दिया है।