गुजरात में पटेल अनामत आंदोलन समिति के संयोजक हार्दिक पटेल ने शनिवार को पटना में राजद नेता तेजस्वी यादव से मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद तेजस्वी यादव ने कहा कि हम तानाशाही ताकतों से मिलकर व डटकर लड़ेंगे और जीतेंगे।
बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर कहा कि महात्मा गांधी की जन्मभूमि से चलकर उनकी कर्मभूमि पधारे युवा साथी हार्दिक पटेल से अपने आवास पर मुलाक़ात हुई। उऩ्होंने कहा कि हम युवा दक्षिणपंथी अधिनायकवाद के ख़ात्मे, समतामूलक समाज के निर्माण, किसानों और युवाओं के हितों के लिए संघर्षरत हैं। हार्दिक पटेल ने शुक्रवार को पटना पहुंचते ही कहा था कि वे नीतीश कुमार की जगह तेजस्वी यादव से मिलना पसंद करेंगे।
इससे पहले, पटेल जागरूकता सम्मेलन में हार्दिक पटेल ने नीतीश कुमार सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ने लोगों को उनकी रैली में आने से रोका। इसके बावजूद आप आए आपका धन्यवाद।
बिहार में कई जातियों को साधते हुए हार्दिक पटेल ने उन्हें अपना बताया और कहा कि मेरा नाम कुर्मी कुशवाहा धानुक हार्दिक पटेल है। उन्होंने कहा कि मुझे गुजरात की ही तरह का जोश बिहार में भी देखने को मिला है। बिहार में कुर्मी समाज एक जुट न हो इसको लेकर किस तरह बांटा गया है. इससे हम सब वाकिफ हैं।
हार्दिक पटेल ने कहा कि बिहार पिछड़ा राज्य है और इसको बदलने की जरूरत है। जब तक आप जागरूक नही बनेंगे तब तक आपको लोग इस्तेमाल करते रहेंगे। केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू करने की बात कही गई थी, लेकिन हुआ क्या।
हार्दिक ने कहा कि मैं यहां किसी का विरोध करने नही आया हूं। उन्होंने कहा कि कुर्मी कुशवाहा और धानुक एक हो जाएं तो कोई कुछ नही कर सकता। चेहरे के नाम पर लड़ाई है। उन्होंने कहा कि अगले दो साल के अंदर गांधी मैदान में 10 लाख कुर्मियो को इकट्ठा किया जाएगा।