वहां उन्होंने शिवपाल की बेटी और अपनी बहन अनुभा से राखी बंधवाई। हालांकि वह बचपन से ही उनके घर राखी बंधवाने जाते रहे हैं। पर इस साल उनका जाना सियासी गलियारे में चर्चा का केंद्र रहा।
बीते रविवार को ही मंत्री शिवपाल यादव के इस्तीफे की घोषणा और फिर मुलायम सिंह के उनके पक्ष में आकर खड़े हो जाने से प्रदेश का राजनीतिक माहौल गर्म हो गया था।
पार्टी प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने शिवपाल यादव और फिर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से अलग-अलग बात की थी। इसके बाद ही शिवपाल ने इटावा में जाकर अखिलेश यादव के कामकाज की तारीफ की थी। उन्होंने अखिलेश यादव को दोबारा मुख्यमंत्री बनवाने के लिए समर्थन भी मांगा था।