गौर हो कि उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने अपनी पहली कैबिनेट बैठक में मंगलवार को चुनावों के दौरान किसानों से किया कर्ज माफी का एक बड़ा वादा निभाया।
यूपी विधानसभा चुनावों के घोषणापत्र में भाजपा ने छोटे और सीमांत किसानों द्वारा लिए गए बैंक लोन को माफ करने का वादा किया था। राज्य में चुनाव प्रचार के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने भी कहा था कि यदि भाजपा की सरकार बनी तो कैबिनेट की पहली बैठक में इस बारे में फैसला लिया जाएगा।
यूपी में 2 करोड़ 15 लाख लघु और सीमांत किसान हैं। इन किसानों का 30,729 करोड़ रुपये का ऋण माफ कर दिया गया है। इन किसानों का 1 लाख रुपये तक का फ़सली ऋण माफ किया जाएगा। जिन लोगों ने एक लाख तक की फसली ऋण लिया है उनके खाते से इतनी राशि माफ कर दी जाएगी। इसके अलावा सात लाख किसानों का 5630 करोड़ रुपये का एनपीए माफ किया गया है। कुल मिलाकर सरकार ने किसानों का 36,359 करोड़ रुपये का कर्ज माफ किया है।