मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अमित शाह के समरसता भोज कार्यक्रम पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि सपा जाति वर्ग के आधार पर चीजों को नहीं देखती। जनता जब चुनाव के दौरान तुलना करेगी तो समाजवादियों के काम भारी नजर आएंगे। अखिलेश ने दलितों के साथ शाह के भोजन करने के सवाल पर कहा, प्रदेश में चुनाव आ रहा है। चुनाव में संदेश देना है तो स्नान भी करेंगे। संदेश देना है तो मजदूर भाइयों के साथ खाना भी खाना है। हमने भी मजदूरों के साथ खाना खाया है, लेकिन बगल में बैठी औरत की जाति नहीं पूछी थी। हम जाति वर्ग के आधार पर चीजों को नहीं देखते। जनता में काम के आधार पर जाना चाहिए, उपलब्धियों के आधार पर जाना चाहिए। अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियां तेज होने के बीच भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के जोगियापुर गांव में दलितों के साथ भोजन किया। उनके इस कदम को आगामी चुनाव में दलितों को लुभाने की कोशिश माना जा रहा है।
प्रदेश विधानसभा चुनाव में सत्तारूढ़ सपा के तीसरे स्थान पर खिसकने के आकलन वाले सर्वे पर अखिलेश ने कहा कि प्रदेश में सियासी माहौल परवान चढ़ रहा है, सपा जमीन पर है। उसके मंत्रियों ने कार्यकर्ताओं ने गांव-शहर में साइकिल चलाई है। गांव में पार्टी का प्रचार भी हुआ। अब लोग नंबर गेम कर रहे हैं। मैं सर्वे की कोई परवाह नहीं करता। सच्चाई यह है कि जनता जब तुलना करेगी, तो समाजवादियों के काम सबसे भारी पड़ेंगे। प्रदेश में शराबबंदी के मामले पर मुख्यमंत्री ने कहा, मैं कहूंगा कि किसी को भी शराब नहीं पीनी चाहिए। मैं मीडिया के माध्यम से अपील कर रहा हूं कि कोई भी व्यक्ति शराब न पिए। शराबबंदी उत्तर प्रदेश के लिये एक बड़ा विषय है। इसके लिए विचार करना होगा। हम तो चाहेंगे कि कोई भी शराब न पिए।