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झारखण्‍ड: सर्वदलीय बैठक में वाम को छोड़ ज्यादातर दलों ने की लॉकडाउन की सिफारिश, मुख्यमंत्री ने कहा- अभी नहीं

झारखण्‍ड में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए मुख्‍यमंत्री हेमन्‍त सोरेन की अध्‍यक्षता में...
झारखण्‍ड: सर्वदलीय बैठक में वाम को छोड़ ज्यादातर दलों ने की लॉकडाउन की सिफारिश, मुख्यमंत्री ने कहा- अभी नहीं

झारखण्‍ड में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए मुख्‍यमंत्री हेमन्‍त सोरेन की अध्‍यक्षता में हुई सर्वदलीय बैठक में वामपंथी दलों को छोड़ अधिसंख्य ने लॉकडाउन, वीकेंट कर्फ्यू जैसी सिफारिश की। हालांकि मुख्‍यमंत्री ने कहा कि झारखण्‍ड में फिलहाल लॉकडाउन नहीं लगेगा, हां सख्‍ती बढ़ेगी। भरोसा जताया कि 15-20 दिनों में हालात सामान्‍य हो जायेंगे। सर्वदलीय बैठक के पूर्व उन्‍होंने अधिकारियों के साथ विमर्श किया था। मुख्‍यमंत्री ने कहा कि हर जिले में कोविड जांच हो रही है। सभी जिलों में 50-50 और प्रमंडल स्‍तर पर 100-100 ऑक्‍सीजन युक्‍त बेड की व्‍यवस्‍था की जा रही है। रांची में एक सप्‍ताह में ऑक्‍सीजन युक्‍त छह सौ बेड उपलब्‍ध कराया है, 630 की और व्‍यवस्‍था की जा रही है। आंगनबाड़ी केंद्रों में ऑक्‍सी मीटर और घर में चिकित्‍सा करा रहे लोगों को मेडिकल किट उपलब्‍ध कराने की तैयारी में हैं। पारा मेडिकल की मैपिंग करा रहे हैं ताकि दिक्‍कत न हो।

सरकार में शामिल कांग्रेस के अध्‍यक्ष रामेश्‍वर उरांव ने फेज वाइज लॉकडाउन की बात कही। कहा कि आर्थिक से ज्‍यादा सोशल लॉक डाउन की जरूरत है। चेंबर के लोगों से विमर्श के हवाले कहा कि सेक्‍टर वाइज तीन-तीन दिनों के लॉकडाउन के लिए वे सहमत हैं। वहीं झामुमो के महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि आपात स्थिति में ही लॉकडाउन हो। आपदा को अवसर बनाने वाले अस्‍पतालों पर सख्‍ती हो इसे लिए मेडिकल ऑडिट टीम बने। इधर मुख्‍यमंत्री हेमन्‍त सोरेन ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर अर्धसैनिक बलों व सेना के डॉक्‍टरों व पारा मेडिकल स्‍टाफ की मदद मांगी है। इधर सर्वदलीय बैठक में विपक्षी पार्टी भाजपा ने कोरोना से लड़ने में सरकार को हर मोर्चे पर सकारात्‍मक सहयोग देने का वादा करते हुए वायरस चेन को तोड़ने के लिए वीकेंड लॉकडाउन और फोर्टनाइट लॉग कर्फ्यू जैसे कदम उठाने की जरूरत बताई है। आइएम की झारखण्‍ड इकाई ने 15 दिनों के लॉकडाउन की सिफारिश की है। वहीं सरकार के किसी निर्णय के पहले राजधानी रांची के हृदयस्‍थली वाले शास्‍त्री नगर के दुकानदारों ने एक सप्‍ताह के लिए दुकानें बंद करने का फैसला किया है। कोरोना के बढ़ते रफ्तार के बीच राज्‍यपाल द्रौपदी मुर्मू भी संक्रमण की चपेट में आ गई हैं। उन्‍हें प्राइवेट मेडिका अस्‍पताल में भर्ती किया गया है। इधर झारखण्‍ड अधिविद्य परिषद ( जैक) ने कोरोना के मद्देनजर मैट्रिक और इंटर की वार्षिक परीक्षाएं स्‍थगित करने का आदेश जारी किया है। ये परीक्षाएं चार मई से होने वाली थीं। हालात को देखते हुए एक जून के बाद नई तारीख का एलान किया जायेगा।

हेमन्‍त सोरेन ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर कहा है कि कोरोना बेतरह बढ़ रहा है। 18 मार्च को रोजाना एक सौ नये केस मिल रहे थे एक माह में जिसकी संख्‍या बढ़कर रोजाना तीन हजार से अधिक हो गई है। तमाम इंतजाम के बावजूद मरीजों के हिसाब से डॉक्‍टर और पारा मेडिकल स्‍टाफ की भारी कमी है। यहां सेना और अर्धसैनिक बलों के स्‍टेशन और अस्‍पताल हैं उनके डॉक्‍टर और पारा मेडिकल स्‍टॉफ के इस्‍तेमाल की अनुमति मांगी है। इसके लिए गृह और प्रतिरक्षा मंत्रालय को निर्देश देने का आग्रह किया है। बताया है कि बिहार, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, उत्‍तर प्रदेश और छत्‍तीसगढ़ की सीमाएं झारखण्‍ड से मिलती हैं, इस कारण बाहर से संक्रमित लोगों के आने से भी समस्‍या बढ़ रही है।

भाजपा के प्रदेश अध्‍यक्ष दीपक प्रकाश ने सर्वदलीय विमर्श में वायरस चेन को तोड़ने के लिए वीकेंड लॉकडाउन और फोर्टनाइट लॉग कर्फ्यू जैसे कदम उठाने की आवश्‍यकता बताई है। उन्‍होंने सभी जिलों में हेल्‍पलाइन शुरू करने, ऑक्‍सीजन सिलेंडर की कमी दूर करने, दवाओं, बेड की उपलब्‍धता बढ़ाने, घर में इलाज के लिए मॉनीटरिंग सिस्‍टम, ऑन लाइन चिकित्‍सकों से परामर्श, बाहर से आने वालों की सख्‍ती से जांच, डीबीटी के माध्‍यम से अनाज वितरण, पंचायत स्‍तर तक टीकाकरण अभियान का सुझाव दिया है।देश के अस्पतालों में बेड और ऑक्सीजन की कमी है तो दवाईयों की कालाबजारी भी बड़ी समस्या है।

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