राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार को एक और झटका लगा है। नागालैंड के सभी सात एनसीपी विधायकों ने पार्टी के अजित पवार गुट को अपना समर्थन दिया है। दरअसल, इन विधायकों द्वारा अजित पवार के समर्थन में एक पत्र लिखा गया है।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, नागालैंड के अध्यक्ष वानथुंगो ओडुओ ने इस बात की पुष्टि की है कि उत्तर पूर्वी राज्य के उनके सभी सात विधायकों ने गुरुवार सुबह को महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजित पवार के समर्थन में एक पत्र भेजा है। वानथुंगो ओडुओ ने कहा कि उनके पास समर्थन के लिए सभी ज़रूरी दस्तावेज़ हैं और उन्होंने गुरुवार को ही इन्हें हाईकमान के पास जमा भी कर दिया है।
पिछले महीने महाराष्ट्र की राजनीति के एक और नाटकीय मोड़ में, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता अजित पवार ने अपने चाचा और पार्टी प्रमुख शरद पवार से विद्रोह करते हुए भारतीय जनता पार्टी और शिव सेना से हाथ मिला लिया और वह अपने साथ आठ अन्य विधायकों को लेकर राज्य की सरकार में शामिल हो गए।
अजित पवार के इस कदम ने शरद पवार द्वारा स्थापित की गई पार्टी को दो गुटों में आने पर मजबूर कर दिया और 2024 लोकसभा चुनाव से पहले महाराष्ट्र के सियासी समीकरण को भी हिला दिया। बता दें कि अजित पवार को प्रफुल्ल पटेल, छगन भुजबल और दिलीप वाल्से पाटिल सहित अन्य एनसीपी नेताओं का सहयोग मिला।
इसके बाद, एक तरफ अजित पवार ने अपने पास अधिक समर्थन का हवाला देते हुए "असली एनसीपी" होने का दावा किया। वहीं, दूसरी तरफ शरद पवार ने 'पार्टी विरोधी गतिविधियों' के लिए कई नेताओं को निष्कासित करके खुद को पार्टी का बॉस होने का दावा भी किया है।
अजित पवार का यह कदम उसी तरह है जैसे एकनाथ शिंदे ने पिछले साल अविभाजित शिवसेना को तोड़ दिया था और भाजपा से हाथ मिला लिया था। इस तरह से उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास अघाड़ी सरकार को सत्ता से बाहर कर वह खुद राज्य के मुख्यमंत्री बन गए।