वहीं दूसरी ओर कृष्णा पटेल ने भाजपा से अपना दल का नाता तोड़ने का एलान कर दिया। उन्होने कहा कि अब भाजपा से अपना दल का गठबंधन नहीं है। आगे की रणनीति बाद में तय की जाएगी। लेकिन दूसरी अनुप्रिया पटेल का दावा है कि वह अभी अपना दल की अध्यक्ष हैं जिसका फैसला पार्टी में सर्वसम्मति से हुआ है। अनुप्रिया का दावा है चुनाव आयोग को अध्यक्ष बनने की प्रक्रिया के सभी आवश्यक दस्तावेज भेज दिए गए हैँ। अनुप्रिया के मुताबिक मां कृष्णा पटेल ने कुछ लोगों के बहकावे में आकर पिता के मिशन को बर्बाद करना चाहती है।
बताया जा रहा है कि कृष्णा पटेल का झुकाव बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तरफ है। क्योंकि कृष्णा पटेल को लगता है कि बेटी का पटखनी नीतीश कुमार के साथ ही मिलकर दी जा सकती है। नीतीश ने भी उत्तर प्रदेश में अपनी सक्रियता बढ़ा दी है। माना जा रहा है कि विधानसभा चुनाव में अपना दल को लेकर कोई नया दांव चला जा सकता है। लेकिन फिलहाल संकट इस बात का है कि अपना दल है किसका इसको लेकर मां-बेटी में लड़ाई जारी है।