कर्नाटक में चल रहे 'हिजाब विवाद' के बीच केंद्रीय संसदीय कार्य एवं खनन मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि जो लोग स्कूलों या कॉलेजों में छात्राओं के कक्षाओं में हिजाब पहनने या नहीं पहनने को लेकर हंगामा कर रहे हैं, उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए।
हिजाब का मामला अब कोर्ट में है और इस बीच राज्य भर में हिजाब को लेकर हंगामा हो रहा है। जोशी ने कहा, जहां भी हिजाब पहनने और धार्मिक प्रतीकों को अनुमति नहीं देने के अंतरिम आदेश का पालन नहीं किया जा रहा है, वहां नियमों को सख्ती से लागू करें।
न्यूज़ एजेंसी आईएएनएस की खबर के मुताबिक, प्रहलाद जोशी ने कहा कि कोर्ट का अंतिम फैसला चाहे जो भी हो, चाहे वह हिजाब पहनने के पक्ष में आए या नहीं, तब तक कोर्ट के आदेशों का पालन करना ही होगा। यह कहना गलत है कि अदालत के आदेश के बावजूद कक्षाओं में हिजाब पहना जाएगा।
कॉलेज परिसरों के अंदर केवल छात्रों और शिक्षकों को ही अनुमति दी जानी चाहिए। बाहरी लोगों को शिक्षण संस्थानों में घुसने की अनुमति नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर कोई परेशानी पैदा कर रहा है तो सरकार को बिना किसी दया के कार्रवाई करनी चाहिए।
मंत्री ने आगे कहा कि हिजाब मामले को बेवजह विवाद के तौर पर बढ़ाया जा रहा है। कार्रवाई पहले ही शुरू कर दी गई है। कोर्ट मामले की बारीकी से जांच कर रही है। उन्होंने कहा कि कॉलेजों के बाहर उपद्रवियों के इस व्यवहार से अकादमिक माहौल खराब हो रहा है।
कांग्रेस द्वारा धरने पर टिप्पणी करते हुए, जोशी ने टिप्पणी की कि उनका तो यही काम है। यह एक बड़ा राज्य है। जनता अभी कोविड के सदमे से बाहर आ रही है, इस मोड़ पर कांग्रेस ने वोट बैंक की राजनीति के लिए एक गैर-मुद्दे (नॉन इश्यू) को हवा दी है।