बादल ने उक्त बातें नवजोत सिंह सिद्धू के उस बयान के जवाब में कहीं, जिनमें सिद्धू ने वर्ष 2017 में अकाली दल से बदला लेने की बात कही थी। जब बादल से सिद्धू के दूसरे दलों में जाने की संभावनाओं पर सवाल किया तो उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि इसमें तो उनकी मर्जी है लेकिन वह पहले भी पंजाब से गायब रहे हैं।
गौरतलब है कि नवजोत सिंह सिद्धू के बीजेपी और राज्यसभा से इस्तीफा देने के बाद पंजाब की सियासत में भूचाल आ गया है। इस बीच प्रकाश सिंह बादल ने अपनी पार्टी के उन नेताओं पर शिकंजा कस दिया है जो पार्टी विरोधी गतिधिवियों में शामिल हैं। अकाली दल ने कल अपने दो विधायको परगट सिंह और इंद्रबीर सिंह बुलारिया को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। इनमें से परगट सिंह के आम आदमी पार्टी में जाने के कयास लगाए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री बादल ने परगट सिंह और बुलारिया को पार्टी से हटाए जाने पर सफाई देते हुए कहा कि दोनों की गतिविधियां पार्टी के पक्ष में नहीं थी और पार्टी के विरुद्ध काम करने वालों को पार्टी में रहने का कोई हक नहीं है।