बाबुल सुप्रियो के बाद एक और बीजेपी सांसद अर्जुन सिंह ने बीजेपी छोड़कर टीएमसी का दामन थाम लिया है। इस दौरान टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी मौजूद रहे जिन्होंने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई। अर्जुन सिंह ने कहा कि भाजपा में रहते हुए मुझे बहुत समस्या का सामना करना पड़ रहा था क्योंकि बहुत से लोग बंगाल के विकास को रोकने की कोशिश कर रहे थे, इस पर मैं फिर से अपने घर आ गया हूं।
सांसद अर्जुन सिंह का कहना है कि पहले, बीजेपी में शामिल होने वाले दो टीएमसी सांसदों को (एमपी पद से) इस्तीफा देना चाहिए, फिर मैं (एमपी पद से) इस्तीफा दे दूंगा। उन्होंने कहा कि एसी कमरों में बैठकर राजनीति नहीं की जा सकती (भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई पर), राजनीति करने के लिए जमीन पर उतरना पड़ता है, पार्टी का ग्राफ गिर रहा है।
अर्जुन सिंह ने कहा कि मैं फिर से टीएमसी में शामिल हो गया हूं। पार्टी में शामिल होने के तुरंत बाद उन्होने केंद्र सरकार पर पश्चिम बंगाल की उपेक्षा का आरोप लगाया। अर्जुन सिंह ने कहा कि पश्चिम बंगाल में कई जूट मिलें बंद हो गईं।मैं लड़ रहा था और कई बार बीजेपी... मंत्री को भी बताया. जूट समस्या को लेकर सीएम ममता बनर्जी ने पीएम मोदी को चिट्ठी भी लिखी।
अर्जन सिंह पिछले कुछ दिनों से पश्चिम बंगाल में बीजेपी से नाराज चल रहे थे। बीजेपी नेता अर्जुन सिंह बंगाल के बैरकपुर से सांसद हैं। वे साल 2019 के लोकसभा चुनाव में टीएमसी छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए थे। हाल में उन्होंने कुछ ट्वीट्स किए थे जिनसे उनकी पार्टी से नाराजगी का पता चल रहा था।
सूत्रों ने बताया कि बीजेपी नेतृत्व, केंद्र और राज्य दोनों, सिंह को मनाने के लिए संपर्क किया इस संबंध में उनको कई फोन किए गए थे लेकिन सिंह ने फिर भी टीएमसी नेता अभिषेक बनर्जी से मुलाकात की।
पिछले दिनों बीजेपी सांसद अर्जुन सिंह ने ममता बनर्जी से मांग की थी कि वह कच्चे जूट की कीमतों के निर्धारण को हस्तक्षेप करें और कपड़ा मंत्रालय के समक्ष उठाएं. अर्जुन सिंह ने कहा था कि केंद्रीय कपड़ा मंत्रालय के एक फैसले से कच्चे जूट के मूल्य निर्धारण के कारण जूट श्रमिकों को नुकसान हो रहा है। अर्जुन सिंह ने कपड़ा मंत्रालय के फैसले को मनमाना बताया था।