जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) में बड़ा बदलाव हुआ है। आरसीपी सिंह को जेडीयू का नया अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। आरसीपी सिंह फिलहाल पार्टी के राज्यसभा सांसद और संसदीय दल के नेता हैं। जेडीयू की बैठक में खुद सीएम नीतीश कुमार ने उनका नाम आगे रखा और फिर बाकी सदस्यों ने इसका समर्थन किया।
बैठक में नीतीश कुमार ने कहा कि एक साथ दो पद संभालना आसान नहीं हो रहा है। बिहार का मुख्यमंत्री और जेडीयू का राष्ट्रीय अध्यक्ष, दोनों भूमिका एक साथ निभाना आसान नहीं था। हालांकि इससे पहले भी नीतीश कुमार ने नेताओं और कार्यकर्ताओं के सामने आरसीपी सिंह का जिक्र करते हुए कहा था कि मेरे बाद वही कामकाज देखेंगे।
जनता दल (यूनाइटेड) के नेता केसी त्यागी ने कहा कि नीतीश कुमार जी ने पार्टी अध्यक्ष के पद को त्यागने का निर्णय लिया और आरसीपी सिंह के नाम का प्रस्ताव रखा, जिसके बाद अगले तीन वर्षों के लिए आरसीपी सिंह नए पार्टी प्रमुख चुने गए।
आरसीपी सिंह को नीतीश कुमार का बेहद करीबी माना जाता रहा है. बिहार चुनाव के दौरान भी कई विषयों को लेकर नीतीश कुमार इनसे सलाह मशवरा करते थे। पार्टी में नीतीश कुमार के बाद आरसीपी सिंह को ही दूसरा सबसे बड़ा नेता माना जाता है।
आरसीपी सिंह यूपी काडर में आईएएस अफसर के पद पर रह चुके हैं। उन्हें नीतीश कुमार सरकार में प्रिंसिपल सेक्रेटरी भी बनाया गया था। उन्होंने यूपी सरकार में कई अहम पदों पर भी काम किया है लेकिन इसके बाद जेडीयू में शामिल हो गए और अब नीतीश कुमार से सबसे खास में माने जाते हैं। 62 वर्षीय आरसीपी सिंह अवधिया कुर्मी जाति से आते हैं।. नीतीश के जिले नालंदा के मुस्तफापुर के रहने वाले हैं।
बिहार चुनाव के समय सीटों का बंटवारे और प्रत्याशियों के चयन को लेकर सीएम नीतीश कुमार आरसीपी सिंह पर सबसे ज्यादा भरोसा करते थे। वे पिछले दो बार से राज्यसभा के सदस्य हैं। वह पहली बार 2010 में राज्यसभा गए थे और फिर 2016 में फिर से उन्हें नीतीश कुमार ने भेजा था।