बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर महागठबंधन ने सीटों के बंटवारे का ऐलान कर दिया है। शनिवार की शाम को राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता और राज्य के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। जिसमें उन्होंने बताया कि राजद इस बार 144 सीटों पर चुनाव लड़ेगी, जबकि कांग्रेस को 70, सीपीएम को 4, सीपीआई को 6 और सीपीआई (माले) को 19 सीटे दी गई है। विधानसभा के कुल 243 सीटों पर तीन चरणों में चुनाव होने हैं।
वहीं, एक और दल ने महागठबंधन से नाता तोड़ लिया है। शनिवार को सीट बंटवारे के बीच मुकेश साहनी की पार्टी वीआईपी ने महागठबंधन से किनारा कर लिया है। वो सीट बंटवारे को लेकर नाराज थे। रविवार को इस बाबत को प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे। तेजस्वी यादवा द्वारा सीट बंटवारे के ऐलान होते हीं वीआईपी के प्रमुख मुकेश साहनी ने नाराजगी जताई और गठबंधन से अलग होने का ऐलान कर दिया। साहनी गठबंधन में 15 से 20 सीटें मिलने की उम्मीद लगाए बैठे थे। उन्होंने कहा कि उन्हें अपनी पार्टी को दी जाने वाली सीटों की संख्या के बारे में अंधेरे में रखा गया था। वह कहते हैं कि आगे के कदम पर फैसला नहीं किया है। आगे साहनी कहते हैं कि "मेरे सभी विकल्प खुले हैं।"
चुनाव से ठीक पहले नेताओं का जोड़-तोड़ जारी है। बीते दिनों हम और रालोसपा ने महागठबंधन से अलग हो गया। सीट बंटवारे को लेकर हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के जीतनराम मांझी और आरएलएसपी के उपेंद्र कुशवाहा तालमेल में दिक्कत के बाद महागठबंधन छोड़कर दिया। बीते दिनों आरएलएसपी प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने महागठबंधन से किनारा करने होने की आधिकारिक घोषणा के बाद तीसरे मोर्चे के गठन का ऐलान किया। अब उपेंद्र कुशवाहा यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के बीएसपी के साथ मिलकर चुनावी मैदान में उतरेंगे।
कोरोना महामारी के बीच बिहार में तीन चरणों में चुनावों होंगे। इसकी तारीख का ऐलान चुनाव आयोग कर चुका है। राज्य में पहला चरण 28 अक्टूब को, दूसरा चरण 3 नवंबर को और तीसरा चरण का मतदान 7 नवंबर को होगा। जबकि जनता द्वारा नेताओं के किस्मत का फैसला 10 नवंबर को वोटों की गिनती के साथ हो जाएगा।