समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव में करारी हार से बौखलायी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार विपक्ष खासकर सपा कार्यकर्ताओं का उत्पीड़न कर रही है।
अखिलेश यादव ने सोमवार को कहा कि भाजपा की जनविरोधी नीतियों के चलते भारी जनाक्रोश है। प्रदेश के पंचायत चुनावों में भाजपा बुरी तरह पराजित हुई है। आगामी विधानसभा चुनावों में भी उसे अपना भविष्य अंधकारमय दिख रहा है। इसलिए एक और जहां वह विपक्ष के और खासकर समाजवादी पार्टी के नेताओं के विरूद्ध उत्पीड़न की कार्यवाहियां कर रही है वहीं दोहरा चरित्र दिखाते हुए भाजपाई नेता और विधायकों की अवैध कार्रवाइयों को खुला समर्थन दे रही है। अधिकारियों को भी वह अपने स्वार्थ का मोहरा बनाने की कोशिशों में लगी है जिससे प्रशासकीय क्षेत्रों में भी असंतोष पनप रहा है।
उन्होने कहा कि कोविड के नाम पर भाजपा समाजवादी पार्टी के नेताओं को निशाना बना रही है जबकि भाजपा नेता-विधायक खुलेआम कोविड प्रोटोकॉल का उल्लंघन करते हुए नियम कायदों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। भाजपा की हिटलरशाही का उदाहरण है कि हरदोई के पाली थाना क्षेत्र में बैठक कर रहे सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष समेत 13 लोगों को नामजद किया है और 120 अज्ञात लोगों पर मुकदमा दर्ज किया है। भाजपाई चाहे जितनी तादाद में मिलें और बैठकें करें उन पर पुलिस चुप रहती है।
समाजवादी पार्टी के नेताओं के खिलाफ मनमानी तानाशाही की कार्यवाहियां चल रही हैं वहीं भाजपा नेता निरंकुश तरीके से काम कर रही हैं। कानपुर में सड़क चौड़ीकरण के नाम पर अपने घर के आगे बने पार्क की जमीन पर किदवई नगर सीट से जीते भाजपा विधायक कब्जा कर रहे हैं। हरे-भरे पार्क के दो छोर की बाउंड्री तुड़वा दी गई है जिससे प्रातः भ्रमण के आने वालों और बच्चों के खेलने की सुविधाएं बाधित हुई हैं।