भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) उत्तराखंड की सभी पांच लोकसभा सीटों पर एक बार फिर से जीत हासिल करने की उम्मीद के साथ लगी हुई है। भाजपा ने 2014 और 2019 के आम चुनावों में राज्य के सभी संसदीय क्षेत्रों में जीत हासिल की थी।
उत्तराखंड में दो लोकसभा सीटें - नैनीताल-उधम सिंह नगर और अल्मोडा कुमाऊं क्षेत्र में स्थित हैं और शेष तीन सीटें हरिद्वार, टिहरी गढ़वाल और गढ़वाल (पौड़ी) गढ़वाल क्षेत्र में आती हैं।
केंद्रीय पर्यटन और रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने 2019 में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को 3,39,096 वोटों से हराकर नैनीताल -उधम सिंह नगर सीट जीती थी। उनकी जीत का अंतर चार अन्य विजयी भाजपा उम्मीदवारों में सबसे अधिक था।
कुमाऊं क्षेत्र की दूसरी सीट अल्मोड़ा है, जो पहाड़ी राज्य की एकमात्र आरक्षित (एससी) सीट है। वर्ष 2014 से यहां से भाजपा के अजय टम्टा जीतते आ रहे हैं। वर्ष 2019 में उन्होंने कांग्रेस के प्रदीप टम्टा को 2,32,986 वोटों से हराया था।
गढ़वाल (पौड़ी) में पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने 2019 में भाजपा के दिग्गज भुवन चंद्र खंडूरी के बेटे और कांग्रेस के टिकट पर पहली बार चुनावी मैदान में उतरे मनीष खंडूरी को 3,02,669 वोटों से हराया था।
वर्ष 2021 में पुष्कर सिंह धामी को राज्य का मुख्यमंत्री नियुक्त किए जाने से पहले तीरथ सिंह रावत चार महीने तक उत्तराखंड के मुख्यमंत्री भी रहे थे।
टिहरी राजघराने की माला राज्य लक्ष्मी शाह ने 2019 में कांग्रेस के प्रीतम सिंह को 3,00,586 वोटों से हराकर लगातार तीसरी बार टिहरी गढ़वाल संसदीय क्षेत्र से जीत हासिल की थी, जबकि पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने हरिद्वार संसदीय क्षेत्र में कांग्रेस के अंबरीश कुमार को 2,58,729 वोटों से हराया था।
वर्ष 2019 में इस सीट से पोखरियाल की यह लगातार दूसरी चुनावी जीत थी। 2014 में उन्होंने इस सीट पर हरीश रावत की पत्नी रेणुका को 1,77,822 वोटों से हराया था।
राज्य की सभी पांच लोकसभा सीटें भाजपा के पास हैं। भाजपा ने तीन सीटों पर अपने मौजूदा सांसदों को मैदान में उतारा है, जबकि दो अन्य सीटों के लिए अभी तक उम्मीदवारों के नाम की घोषणा नहीं की गई है।
भाजपा ने जिन तीन सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा की है उनमें से दो सीटें कुमाऊं क्षेत्र में और एक सीट गढ़वाल में हैं।
अजय भट्ट को नैनीताल-उधमसिंह नगर से, माला राज्य लक्ष्मी शाह को टिहरी गढ़वाल से और टम्टा को अल्मोडा से फिर से मैदान में उतारा गया है।
जिन दो सीटों से पार्टी ने अभी तक अपने उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है, उनमें हरिद्वार है, जिसका प्रतिनिधित्व लोकसभा में इस समय निशंक कर रहे हैं, वहीं गढ़वाल (पौड़ी) सीट पर 2019 में पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने जीत हासिल की थी।
(पीटीआई इनपुट के साथ)