मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) की पोलित ब्यूरो के सदस्य प्रकाश करात ने आरोप लगाया कि त्रिपुरा की भाजपा-आइपीएफटी सरकार हिंसा के सहारे विरोधियों को दबाने की कोशिश कर रही है। करात ने आज वेस्ट त्रिपुरा जिले के जिरानिया, खैयारपुर, रानीबाजार और मंडवाई का दौरा किया जहां कथित तौर पर सत्तारूढ़ दल के कार्यकर्ताओं ने वाम दलों के सदस्यों और कार्यालयों पर हमले किए थे।
करात ने कहा कि जिन इलाकों में आज वे गए वहां एक जगह भी पार्टी कार्यालय नहीं खुले। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ कार्यालयों में आग लगा दी गई, कुछ में लूटपाट की गई और कुछ जगहों में इनपर कब्जा करने की भी कोशिश हुई। पूर्व माकपा महासचिव ने कहा कि पार्टी लोकतंत्र पर हमले बर्दाश्त नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि राज्य के दूसरे हिस्सों की भी यही तस्वीर है।
करात ने कहा कि त्रिपुरा के विभिनन्न इलाकों में हुए इन हमलों से भयग्रस्त कार्यकर्ता फिर से एकजुट होंगे। इतना ही नहीं शीघ्र ही क्षतिग्रस्त पार्टी कार्यालय मरम्मत के बाद फिर से खोले जाएंगे।
गौरतलब है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और इंडिजिनियस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (आइपीएफटी) गठबंधन ने पिछले महीने यहां बहुमत हासिल किया है। इससे राज्य में 25 साल तक चला वामदलों को शासन खत्म हुआ था।