जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने बुधवार को मांग की है कि विधानसभा को तुरंत भंग कर राज्य में चुनाव कराए जाएं। उन्होंने आशंका जताई कि भाजपा राज्य में सरकार बनाने के लिए दूसरी पार्टियों के विधायकों को तोड़ सकती है। उमर का बयान भाजपा नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री कवींद्र गुप्ता के उस बयान के बाद आया है जिसमें उन्होंने कहा था कि उनकी पार्टी कुछ कर रही है।
उमर ने ट्वीट किया किया भाजपा पर विश्वास नहीं किया जा सकता कि सरकार बनाने के लिए वह खरीद-फरोख्त नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि भाजपा नेता द्वारा यह कहा जाना कि हम कुछ कर रहे हैं, इससे आपका क्या मतलब है? इसका एक ही मतलब हो सकता है कि अन्य दलों से विधायक तोड़ो और भाजपा की सरकार बनाने के लिए आंकड़े जुटाओ। तो क्या पूर्व उप मुख्यमंत्री ने अनजाने में राज खोल दिया?’ अब्दुल्ला ने इस बात पर आश्चर्य जताया कि भाजपा द्वारा सरकार से समर्थन वापसी की जानकारी केंद्रीय गृहमंत्री को नहीं थी।
भाजपा नेता गुप्ता ने तौर पर कहा था कि मुझे नहीं लगता कि निकट भविष्य में नई सरकार बनेगी। यहां अनिश्चितताएं हैं लेकिन हम कुछ कर रहे हैं और लोगों को इस बारे में पता चल जाएगा।
गौरतलब है कि मंगलवार को भाजपा ने पीडीपी से अपना गठबंधन तोड़ लिया था। इसके बाद महबूबा मुफ्ती ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। मंगलवार को ही राज्यपाल एनएन वोहरा ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के पास राज्य में राज्यपाल शासन लागू करने की रिपोर्ट भेजी थी। इसे बुधवार को राष्ट्रपति द्वारा स्वीकार किए जाने के बाद राज्य में राज्यपाल शासन लागू हो गया है।