समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पार्टी पदाधिकारियों की जिम्मेदारी व जवाबदेही तय करते हुए कहा कि इस बार के चुनाव (लोकसभा-2024) में बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी, किसानों की उपेक्षा, महिलाओं के प्रति बढ़ते अपराध, अन्याय और भ्रष्टाचार सबसे बड़े मुद्दे होंगे।
सपा मुख्यालय में पार्टी के सभी जिला एवं महानगर अध्यक्षों की बैठक को संबोधित करते हुए यादव ने कहा कि जनता भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की जनविरोधी नीतियों के चलते 2024 के लोकसभा चुनावों में उसे हराने को तैयार है।
अखिलेश यादव ने कहा, ‘‘भाजपा लोकतंत्र और संविधान के साथ खिलवाड़ करती है। वह इस तरह की रणनीति अपनाती है जिससे मुख्य मुद्दों से जनता का ध्यान भटके। इस बार के चुनाव में लोकतंत्र बचाने से लेकर बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी, किसानों की उपेक्षा, महिलाओं के प्रति बढ़ते अपराध, अन्याय और भ्रष्टाचार सबसे बड़े मुद्दे होंगे।’’
सपा अध्यक्ष ने कहा, ‘‘चुनाव आ गया है, 100 दिन भी नहीं बचे, इसलिए पूरी तैयारी के साथ हमारे कार्यकर्ता, संगठन के सभी पदाधिकारी मिलकर काम करेंगे। उत्तर प्रदेश में सबसे बड़ी भूमिका समाजवादी पार्टी निभाने जा रही है। हमें अपने संगठन पर पूरा भरोसा है कि समाजवादी पार्टी के कार्यक्रम, नीतियों, फैसलों को जनता तक पहुंचाने का काम करेंगे।’’
यादव ने कहा, ‘‘समाजवादी पार्टी संगठन को सेक्टर और बूथ स्तर तक मजबूत कर रही है। सभी जिलाध्यक्ष कार्यकर्ताओं को बूथस्तर पर चिह्नित करके जिम्मेदारी देंगे।’’ उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा, ‘‘कई जिलों में मतदाता सूची पर अच्छा काम हुआ है। बूथ स्तर पर नेता और कार्यकर्ता अधिकारियों के मिलकर कहां वोट कटा और कहां वोट बढ़ा उसकी जानकारी करेंगे और उस पर नज़र भी रखेंगे क्योंकि चुनाव में भाजपा हर तरह का हथकंडा अपना सकती है। वह चुनाव आयोग को दबाव में भी ले सकती है।’
सपा प्रमुख ने आरोप लगाया,‘‘भाजपा ने किसानों के साथ धोखा किया है। पहले खाद की बोरी से पांच किलोग्राम खाद कम किया गया, अब एक बार फिर पांच किलोग्राम खाद कम कर दिया गया जबकि कीमत उतनी ही है। जो खाद की बोरी 50 किलो की थी अब वह 40 किलो की रह गई है।'' उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा सरकार ने उद्योगपतियों का 10 लाख करोड़ से ज्यादा का कर्ज माफ कर दिया लेकिन किसानों का कोई कर्ज माफ नहीं हुआ। भाजपा सरकार में किसानों के साथ अन्याय हो रहा है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘समाजवादी पार्टी की कोशिश है कि जो गठबंधन बना है उसे मजबूत करे. गठबंधन में जो दल जहां से लड़ेगा समाजवादी पार्टी पूरी ताकत से उसकी मदद करेगी.’’