राज्यसभा सांसद अली अनवर के बाद अब जेडीयू के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव ने नीतीश कुमार के फैसले को गलत बताया है। सूत्रों के मुताबिक शरद यादव का कहना है महागठबंधन तोड़कर बीजेपी के साथ सरकार बनाने का नीतीश का फैसला जल्दबाजी में लिया गया है। शरद यादव का कहना है कि इससे बिहार में गलत संदेश जाएगा। जेडीयू के प्रवक्ता केसी त्यागी ने शरद यादव से फोन पर बात भी की। हालांकि अभी शरद यादव ने खुलकर अपनी नाराजगी का इजहार नहीं किया है।
वहीं जेडीयू के राज्यसभा सांसद अली अनवर का कहना है, “नीतीश कुमार अपनी अंतरात्मा की आवाज सुनकर भाजपा के साथ सरकार बना रहे हैं, लेकिन मेरी अंतरात्मा इस बात को नहीं मानती है। अगर मुझे अपनी बात कहने का मौका मिलेगा, तो मैं पार्टी के मंच पर अपनी बात जरूर रखूंगा।”
सांसद अली अनवर ने कहा कि पिछले काफी दिनों से भाजपा के साथ जाने के संकेत मिल रहे थे। उन्होंने कहा, “23 जुलाई को नेशनल काउंसिल की बैठक होनी थी लेकिन रद्द कर दी गई। अगर मैं बैठक में होता तो इस बात को जरूर सामने रखता।”
गौरतलब है कि नीतीश ने बुधवार को सीएम पद से इस्तीफा दे दिया था। वो महागठबंधन छोड़कर चार साल बाद एकबार फिर एनडीए के साथ आ गए हैं। वे छठी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ले रहे हैं। लेकिन जेडीयू के बड़े नेताओं की नाराजगी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि नीतीश कुमार ने इस बड़े फैसले को लेकर अपनी पार्टी के बड़े नेताओं से ठीक तरह से चर्चा नहीं की थी।