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बड़ी टूट की कगार पर बहुजन समाजवादी पार्टी, बागी नई पार्टी बनाने की तैयारी में सिर्फ एक विधायक की जरूरत

अगले साल होने वाले यूपी विधानसभा चुनाव के लिए बनते माहौल के बीच प्रदेश में राजनीतिक उठापटक का दौर जारी...
बड़ी टूट की कगार पर बहुजन समाजवादी पार्टी, बागी नई पार्टी बनाने की तैयारी में सिर्फ एक विधायक की जरूरत

अगले साल होने वाले यूपी विधानसभा चुनाव के लिए बनते माहौल के बीच प्रदेश में राजनीतिक उठापटक का दौर जारी है। इस बीच मायावती की बसपा बड़ी टूट की तरफ है। बागी विधायको ने नई पार्टी बनाने की तैयारी कर ली है। फिलहाल 11 विधायकों का साथ मिल चुका है। एक और विधायक मिलते ही नई पार्टी बन जाएगी। वहीं, बसपा के कुछ निलंबित विधायकों ने अखिलेश यादव से मुलाकात की है जिससे उनके सपा में जाने को  लेकर कयास शुरू हो गए।

पार्टी के बागी विधायक असलम राइनी के अनुसार बसपा के बागी विधायक नई पार्टी बनाएंगे। निष्कासित लालजी वर्मा नई पार्टी के नेता होंगे। नई पार्टी बनाने के लिए 12 विधायकों की जरूरत है। एक और विधायक का साथ मिलते ही नई पार्टी का ऐलान कर दिया जाएगा।

इससे पहले बसपा से बगावत करने वाले विधायकों ने मंगलवार की सुबह सपा प्रमुख अखिलेश यादव से मुलाकात की तो विधायकों के सपा में जाने की चर्चा होने लगी। इनकी राह में दल बदल कानून का रोड़ा है। इसके लिए पहले विधानसभा अध्यक्ष को पत्र सौंपना पड़ेगा। सपा के रणनीतिकार चाहते हैं कि विधान परिषद चुनाव से पहले किसी तरह की बाधा ना आए। संभावना है कि विधान परिषद चुनाव के बाद ही अगला कदम आगे बढ़ाएंगे। बसपा विधायकों का समर्थन मिलने के बाद समाजवादी पार्टी 3 विधान परिषद सदस्य आसानी से जिता लेगी।

मायावती ने अपने दो विधायकों राम अचल राजभर और लालजी वर्मा को पिछले हफ्ते पार्टी से निष्कासित कर दिया था। इसी के बाद बागी विधायकों की गतिविधियां अचानक तेज हो गईं। इन पर आरोप है कि पंचायत चुनावों के दौरान पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त रहे। दोनों ही बसपा सुप्रीमो मायावती के काफी करीबी थे। पिछले विधानसभा चुनावों के बाद से अब तक मायावती 11 एमएलए पार्टी से निकाल चुकी हैं।

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