माैर्य के बसपा छोड़ने से पार्टी को जोरदार झटका लगा है। मौर्य लंबे समय से बसपा से जुड़े रहे हैं और मायावती के करीबियों में गिने जाते थे। बसपा के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य ने मायावती पर आरोप लगाते हुए कहा कि विधानसभा चुनाव के लिए टिकटों की नीलामी हो रही है। जो ज्यादा पैसे दे रहा है उसको टिकट दिया जा रहा है। उन्होने कहा कि बसपा प्रमुख को दलित आंदोलन से कोई मतलब नहीं है और न ही इस बात की चिंता है कि दलित किस स्थिति में है।
पडरौना विधानसभा का नेतृत्व करने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य ने बसपा में संगठन बिल्कुल खत्म हो चुका है और पैसों की वसूली हो रही है उससे पार्टी बर्बाद हो रही है। उन्होने कहा कि जिस तरह की स्थिति बसपा की लोकसभा चुनाव में हुई उसी तरह की स्थिति विधानसभा चुनाव में भी होगी। मौर्य ने तो यहां तक कहा कि बसपा के सभी विधायक उनके साथ खड़े हैं। उन्होने कहा कि बसपा में कार्यकर्ता की कोई इज्जत नहीं रह गई। टिकट बंटवारे का आधार आर्थिक हो गया है। उन्होने पार्टी छोड़ने से पहले बसपा प्रमुख को एक पत्र भी लिखा जिसमें उन्होने अपना दर्द बयां किया है।