देश में आई कैश की किल्लतों के बीच आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि मुद्रा की कमी से ग्रोथ और समाज पर बुरा असर पड़ेगा।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, नायडू ने मुद्रा की कमी के कारणों पर ध्यान देने और समस्या को हल करने के लिए एक कार्य योजना विकसित करने की मांग की।
नायडू ने अपने निवास पर राज्य स्तरीय बैंकर समिति (एसएलबीसी) की बैठक को संबोधित करते हुए कहा, "जब बैंक मैक्रो लेवल पर प्रबंधन करने में असफल होते हैं, तो वे माइक्रो लेवल पर भी कुछ नहीं कर सकते हैं। बैंक वास्तव में जनता के बीच आतंक पैदा कर रहे हैं। मुद्रा की कमी से विकास दर और समाज पर नकारात्मक असर पड़ेगा।"
मुख्यमंत्री नायडू ने चिंता व्यक्त की कि अगर ग्राहक सेवा में सुधार नहीं हो सकेगा तो लोग अब बैंकों में अपने पैसे जमा करने के लिए आगे नहीं आएंगे।
उन्होंने कहा कि बैंकरों को नकद और कई अन्य कल्याण कार्यक्रमों में पेंशन के वितरण के कार्यान्वयन में सहयोग करना चाहिए।
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, एसएलबीसी ने बाद में आरबीआई और केंद्रीय सरकार के वित्तीय सेवाओं विभाग से अनुरोध किया कि वे नकदी की कमी की समस्या का विस्तृत अध्ययन करें और इस मुद्दे को हल करने के लिए व्यापक नीति फ्रेमवर्क के साथ आएं।