मुम्बई। प्रवर्तन निदेशालय से सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भुजबल एवं अन्य लोगों के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग निरोधक कानून की विभिन्न धाराओं के तहत दो मामले दर्ज किए हैं। पहला मामला, महाराष्ट्र सदन घोटाले और कलिना भूमि आवंटन से संबंधित है जबकि दूसरा मामला नवी मुम्बई में एक हाउसिंग प्रोजेक्ट से संबंधित है। नवी मुम्बई में एक हाउसिंग प्रोजेक्ट के डेवेलपर ने वर्ष 2010 में 10 प्रतिशत राशि लेकर फ्लैट बुक किए थे। इस तरह करीब 44 करोड़ रुपये इकट्ठा किए गए, लेकिन यहां काम शुरू नहीं हुआ। इस प्रोजेक्ट में करीब 2300 लोगों ने फ्लैट बुक कराए थे। आराेप हैं कि हाउसिंग प्रोजेक्ट भुजबल परिवार से जुड़ी कंपनी का है।
पिछले चार साल से निर्माण शुरू होने का इंतजार कर लोगों ने आखिरकार अदालत का दरवाजा खटखटाया। इस मामले में नवी मुम्बई के तलोजा पुलिस स्टेशन में दर्ज एफआईआर में भुजबल, उनके पुत्र पंकज और भतीजे समीर को नमजद किया गया है। इनके खिलाफ आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत धोखाधड़ी, आपराधिक साजिश और आपराधिक विश्वास भंग करने का मामला दर्ज हुआ है। इसके अलावा दिल्ली में करीब 100 करोड़ रुपये की लागत से महाराष्ट्र सदन के निर्माण में भी भुगबल पर घोटाले के आरोप लग रहे हैं।
पिछले सप्ताह महाराष्ट भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने भी भुजबल के खिलाफ दो मामले दर्ज किए थे। जिसमें पहला मामला मुम्बई में कलीना में एक कीमती प्लाट एक डेवेलपर को आवंटित करने में कथित अनियमितता से संबंधित है जबकि दूसरा मामला, दिल्ली में महाराष्ट सदन के निर्माण में कथित भ्रष्टाचार से जुड़ा है।
भुजबल ने अपने ऊपर लगे आरोपों को नकारते हुए कहा है कि जिस रफ्तार से जांच की जा रही है, वह काफी अच्छा है। मैं इसके बारे में क्या कहूं? एक के बाद एक गलत आरोप मेरे खिलाफ लगाए जा रहे हैं। मेरे राजनीतिक प्रतिद्वन्द्वी प्रतिदिन मेरे खिलाफ कुछ गलत सूचनाओं के साथ आ रहे हैं।