प्रधानमंत्री की कथित फर्जी डिग्री के मुद्दे पर बोलते हुए केजरीवाल ने आरोप लगाया कि दोनों पार्टियों के बीच ये सांठगांठ है कि भाजपा सरकार हेलिकॉप्टर मामले में सोनिया गांधी को गिरफ्तार नहीं करेगी और कांग्रेस मोदी की शैक्षणिक योग्यता के मामले को नहीं उठाएगी। उन्होंने कहा, इतालवी अदालत के आदेश में सोनिया गांधी, अहमद पटेल, कुछ अधिकारियों तथा कांग्रेस नेताओं के नाम भी हैं लेकिन मोदीजी में हिम्मत नहीं है सोनिया गांधी को गिरफ्तार करने की। मोदी की उनसे दो सवाल तक पूछने की हिम्मत नहीं है। केजरीवाल ने कांग्रेस के लोकतंत्र बचाओ मार्च के एक दिन बाद दिल्ली के जंतर-मंतर पर एक रैली को संबोधित करते हुए कहा, मोदी सरकार इस आश्वासन पर सत्ता में आई थी कि वह भ्रष्टाचारियों को सबक सिखाएगी लेकिन जांच में एक इंच भी प्रगति नहीं हुई। उन्होंने पूछा, दो साल में अगस्ता मामले में उन्होंने क्या जांच की? उन्होंने कहा, चुनाव प्रचार के दौरान मोदी ने कहा कि वह भूमि सौदे में कथित अनियमितताओं के लिए कांग्रेस अध्यक्ष के दामाद रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ कार्रवाई करेंगे लेकिन दो साल हो गए हैं और एक भी आदमी को जेल नहीं हुई है। देश से धोखा हुआ है और इसलिए हम इन दोनों पार्टियों के भ्रष्टाचार के खिलाफ प्रदर्शन के लिए फिर से इसी जगह पर एकत्र हुए हैं।
केजरीवाल ने आरोप लगाया, बहुत बढ़िया सेटिंग है। मोदी ने कांग्रेस को आश्वासन दिया है कि वह उन्हें केवल भला-बुरा कहेंगे लेकिन अगस्ता मुद्दे में श्रीमती गांधी को गिरफ्तार नहीं करेंगे और सोनिया गांधी ने मोदी को आश्वासन दिया है कि कांग्रेस उनकी डिग्री के मुद्दे को नहीं उठाएगी। उन्होंने कहा, संप्रग दस साल तक सत्ता में थी और इन सालों में उन्होंने मोदी के सभी घोटालों के राज को दबा कर रखा। मोदी को पता है कि यदि सोनिया गांधी गिरफ्तार की जाती हैं, वाड्रा को गिरफ्तार किया जाता है तो उनके अपने राज जगजाहिर हो जाएंगे। उन्होंने कहा, उन्होंने मेरे ऊपर भी सीबीआई का छापा मरवाया लेकिन दिनभर चली छापेमारी में उन्हें चार मफलर के सिवाय कुछ नहीं मिल सका। लेकिन सोनिया गांधी पर कोई छापेमारी नहीं हुई। मोदी उनसे डरते क्यों हैं? चुनाव से पहले वह कहते थे कि वाड्रा कांग्रेस का दामाद है लेकिन अब ऐसा लगता है कि मोदी ने भी उन्हें गोद ले लिया है। केजरीवाल ने कहा, अमित शाह कहते हैं कि सोनिया जी प्लीज आप हमें बताएं कि किन लोगों ने रिश्वत ली। मनोहर पर्रिकर कहते हैं कि सोनियाजी प्लीज आप हमें रिश्वत लेने वालों के नाम बताएं। क्या इस तरह से कोई पूछताछ की जाती है? उन्होंने कहा कि दोनों पार्टियों के पास एक दूसरे के राज हैं। उन्होंने दावा किया कि मोदी की डिग्रियों के बारे में सूचना उन्हें गुजरात कांग्रेस के नेताओं द्वारा दी गई जिन्हें गांधी परिवार ने इस मुद्दे को उठाने की अनुमति नहीं दी थी।
फिर से डिग्री मुद्दे को उठाते हुए केजरीवाल ने कहा कि अगर मोदीजी स्वीकार कर लेते कि उनकी डिग्री फर्जी है तो देश उनका सम्मान करना जारी रखता लेकिन जनता जालसाजी बर्दाश्त नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी के विधायकों को बिना किसी मुद्दे के गिरफ्तार किया गया। उन्होंने मांग की कि मोदी से भी दिल्ली के पूर्व विधि मंत्री जितेन्द्र सिंह तोमर जैसा व्यवहार किया जाना चाहिए जिन्हें कथित फर्जी डिग्री मामले में गिरफ्तार किया गया था। केजरीवाल ने कहा, उनका ऐसा ही एक राज उनकी डिग्री है। उन्होंने अपने हलफनामे में कहा था कि उन्होंने दिल्ली विवि से बीए किया और गुजरात से एमए। मैं नहीं कह रहा हूं कि आपको प्रधानमंत्री बनने के लिए पढ़ा लिखा होने की जरूरत है, बिना डिग्री के भी लोग प्रतिभाशाली होते हैं। यदि वह 12वीं कक्षा पास हैं, तो हमें कोई दिक्कत नहीं है। लेकिन यदि वह धोखाधड़ी करते हैं, फर्जी डिग्री बनवाते हैं तो देश बर्दाश्त नहीं करेगा।