राज्यसभा चुनाव से पहले असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कांग्रेस को बड़े झटके चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने रविवार को दावा किया कि कांग्रेस के निलंबित विधायक शशिकांत दास राज्य में राज्यसभा चुनाव के दौरान भारतीय जनता पार्टी नीत राजग उम्मीदवारों को वोट देंगे।
बता दें कि राज्य की दो राज्यसभा सीटें दो अप्रैल को रिक्त हो रही हैं और इन दोनों सीटों के लिए 31 मार्च को मतदान होना है।
इससे पहले विधानसभा चुनाव में भाजपा ने पांच में से चार राज्य (उत्तर प्रदेश, मणिपुर, गोवा और उत्तराखंड) में सरकार में बने रहने में सफलता हासिल की है। जबकि, पंजाब में आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस को सत्ता से बेदखल कर दिया।
सरमा ने असंतुष्ट विपक्षी विधायक दास से नगांव जिले के राहा में उनके आवास पर मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद सरमा ने कहा, ‘दास ने पहले घोषणा की थी कि वह सभी विकास कार्यों के लिए सरकार के साथ रहेंगे। अब, उन्होंने राज्यसभा चुनाव में भाजपा नीत राजग उम्मीदवारों को वोट देने की घोषणा की है।’’
मुख्यमंत्री ने बाद में दास के साथ अपनी मुलाकात को लेकर ट्वीट किया और कहा कि उन्होंने ‘क्षेत्र में विकास गतिविधियों की समीक्षा की तथा उनमें तेजी लाने के तरीकों पर चर्चा की।’’
दास ने संवाददाताओं से कहा कि वह सरमा के ‘विकास कार्यों’ का समर्थन करते हैं और अपने निर्वाचन क्षेत्र के समग्र विकास के लिए सरकार के साथ रहेंगे।
राहा निर्वाचन क्षेत्र से पहली बार विधायक दास ने 20 दिसंबर को घोषणा की थी कि उन्होंने सरकार में शामिल होने का फैसला किया है क्योंकि वह अपने निर्वाचन क्षेत्र के विकास के लिए काम करना चाहते हैं। उन्होंने कहा था कि वह कांग्रेस में बने रहेंगे और वह भाजपा में शामिल नहीं हुए हैं। उसके कुछ घंटों बाद, राज्य कांग्रेस ने विधायक को कारण बताओ नोटिस जारी किया था और बाद में उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया था।
राज्य में राज्यसभा चुनाव पर सरमा के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए असम कांग्रेस अध्यक्ष भूपेन कुमार बोरा ने कहा कि पार्टी अपने सभी विधायकों को अपने उम्मीदवार रिपुन बोरा को वोट देने के लिए ‘तीन-पंक्ति वाला व्हिप’ जारी करेगी।
बोरा ने पीटीआई से कहा, ‘‘ जब हम व्हिप जारी करेंगे, तो सभी विधायकों को पार्टी के उम्मीदवार को वोट देना होगा। उन्हें अपना वोट पार्टी के पोलिंग एजेंट को भी दिखाना होगा। अगर कोई विधायक व्हिप का पालन नहीं करता है, तो सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।’
उन्होंने दोनों सीटों पर जीत के लिए विपक्षी विधायकों के कथित खरीद-फरोख्त को लेकर सरमा की भी आलोचना की।
रायजोर दल के अध्यक्ष और विधायक अखिल गोगोई ने भी सरमा की आलोचना की। उन्होंने कहा, ‘यह सिर्फ कांग्रेस के लिए नहीं, बल्कि पूरी लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए एक अस्वास्थ्यकर घटनाक्रम है। विधायकों की खरीद-फरोख्त के लिए मुख्यमंत्री का खुलेआम घूमना राज्य के लिए अच्छा संकेत नहीं है।’