उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक दलों के अंदर उठा-पटक के साथ नाराजगी और मनाने का दौर जारी है। प्रदेश की सत्ताधारी सपा में इस समय सबकुछ ठीक नहीं चल रहा। खबरों के मुताबिक पार्टी से राज्यसभा सांसद और मुलायम सिंह के सहयोगी अमर सिंह पार्टी में खुद की अनदेखी किए जाने से नाराज हैं। उन्होंने पार्टी को राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने की धमकी दी है। इस संबंध में अमर सिंह की तरफ से इतना ही कहा गया है कि उन्होंने कभी खुद को समाजवादी नहीं कहा। उन्होंने कहा, मैं मुलायमवादी हूं लेकिन मुलायमवादी होना एक तरह का अपराध हो गया है। सिंह ने बताया कि इस मुद्दे पर चर्चा करने के लिए वह मुलायम सिंह से मिलने का इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने एक टीवी चैनल पर कहा, मैं हामिद अंसारी को त्याग पत्र सौंपूंगा। मैं दबाव डालने की चाल के तौर पर इस्तीफे का इस्तेमाल करने वाला व्यक्ति नहीं हूं।
सपा में कुछ दिनों पहले ही वापसी करने वाले अमर सिंह ने कहा कि पार्टी के कई वरिष्ठ नेता उनके पार्टी में लौटने के खिलाफ थे। सिंह ने राज्यसभा में आवंटित सीट का भी जिक्र किया और कहा कि वह राज्यसभा में रेवती रमन सिंह और बेनी प्रसाद वर्मा जैसे पार्टी नेताओं के साथ पीछे की कतार में बैठते हैं जबकि नरेश अग्रवाल जैसे नेता अग्रिम पंक्ति में बैठते हैं। सिंह ने खुद को निशाना बनाने वाले किसी नेता का नाम लिए बिना कहा कि जब किसी की व्यक्तिगत पसंद प्रतिभा पर हावी हो जाती है तो राजनीति का बहुत नुकसान होता है। इस संबंध में मुलायम की राय पर उन्होंने कहा कि मुलायम ने उनसे इस मामले पर चुप रहने को कहा है, इसलिए वह चुप्पी बनाए हुए हैं।